Desh Me

From Jatland Wiki
परमाणु बम
लेखक
पृथ्वीसिंह बेधङक



देश में


दुध दही की भारत में है पहरेदार बिल्लाई

शेरों के मकानों में है गीदङ की चारपाई


मेरा प्यारा देश कमावे दुनियाँ बैठे बैठे खावे

देशभक्त को फांसी आवे ठगों के गलन कढाई


घर वाले भूखे मरते हैं लेकिन गैर मौज करते है

केहरी गीदङ से डरते है ये कैसी खुदा खुदाई


बहादुर जाती जागिये अब आलस्य को त्यागिये

मैदान छोङ मत भागिये दिखलाईये वीरताई


अपनी एक बनालो सेना दूध पानी की तरह रहना

पृथ्वीसिंह को यह मत कहना पहले नहीं बताई



Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह

Back to परमाणु बम


Back to Prithvi Singh Bedharak