Shandilya
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Shandilya (शाण्डिल्य) is name of a Janapada mentioned in Jaina records. City named Nandipura was located in this Janapada.[1]
Origin
Variants
- Shandilya (शाण्डिल्य) (AS, p.892)
- Shandilya Janapada (शाण्डिल्य) (AS, p.892)
History
In Mahabharata
Shandilya (शाण्डिल्य) in Mahabharata (I.60.19)
Adi Parva, Mahabharata/Book I Chapter 60 gives genealogy of all the principal creatures. Shandilya (शाण्डिल्य) is mentioned in Mahabharata (I.60.19). [2]....Aha was the son of Rata: and Hutasana (Anala) of Shandilya; and Pratyusha and Prabhasa were the sons of Prabhata.....
शाण्डिल्य जनपद
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...शाण्डिल्य जनपद (AS, p.892) का जैन सूत्र 'प्रज्ञापणा' में उल्लेख हुआ है तथा यहाँ 'नंदिपुर' नामक नगर की अवस्थिति बताई गई है।
नंदिपुर
विजयेन्द्र कुमार माथुर[4] ने लेख किया है ...नंदिपुर (AS, p.472) जैन सूत्र प्रज्ञापणा में उल्लिखित है. इससे शांडिल्य जनपद के अंतर्गत बताया गया है. संभवत: यही वह स्थान है जहां पांचवी सदी ई. में वाकाटकों की राजधानी थी. यह स्थान रामटेक (महाराष्ट्र) के निकट है.
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.892
- ↑ रतायाश चाप्य अहः पुत्रः शाण्डिल्याश च हुताशनः, प्रत्यूषश च प्रभासश च प्रभातायाः सुतौ समृतौ (I.60.19)
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.892
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.472