Ram Kanwar Maan
Dr. Ram Kanwar Maan (born.12.9.1953) is an author of Hindi Language and the first Jat to receive the Natalie Puraskar for his book "Hindi Anuvaad : Samsayaien aur Samadhan " on 21st Feb, 2018.
Early life and Career
He comes from village Mahmudpur, tah: Gohana, dist: Sonipat in Haryana.
Awards
He has been awarded with Natalie Puraskar for his book हिंदी अनुवाद समस्याएं और समाधान ("Hindi Anuvaad : Samsayaien aur Samadhan") on 21st Feb, 2018 by Bharatiya Anuwad Parishad.
Achievements
Contact details
जीवन परिचय
जन्म-तिथि एवं स्थान: 12 सितंबर 1953, महमूदपुर, जिला सोनीपत, हरियाणा
शैक्षिक योग्यता: पीएचडी, काशी विद्यापीठ वाराणसी; डीलिट, लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ
प्रकाशित-पुस्तकें
1. अनुवाद का मानक स्वरूप (इसकी प्रति भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री आरसी लाहोटी को भेजी गई थी और उनसे शुभकामना पत्र प्राप्त हुआ था),
2. हिंदी अनुवाद समस्याएं और समाधान,
3. हिंदी का सही प्रयोग,
4. हिंदी अखबारों की भाषा,
5. हिंदी की त्रासदी,
6. हिंदी में लिंग व्यवस्था,
7. पत्र लेखन का मानक स्वरूप,
8. शुद्ध हिंदी लेखन का सच
अन्य प्रकाशन: 1. जीना इसी का नाम है, 2. हरियाणा नंबर वन का सच,
भाषा की विश्वसनीयता और स्वीकार्यता को सशक्त बनाने में अनुवाद की विशेष भूमिका रहती है। यदि अनुवाद में अर्थ का अनर्थ हो जाए, भाषा में कृत्रिमता आ जाए, क्लिष्टता और अस्पष्टता आ जाए तो उसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ना नितांत स्वाभाविक है। इस बारे में आपके लेख राजभाषा विभाग (गृह मंत्रालय) की पत्रिका 'राजभाषा भारती' में 1989 से प्रकाशित होते रहे हैं। इस बारे में आपके कई विस्तृत लेख दैनिक समाचार पत्र 'जनसत्ता' लखनऊ में भी प्रकाशित हुए हैं।
'अनुवाद का मानक रूप' पुस्तक भी इस दिशा में एक और विनम्र प्रयास था। इस ज्वलंत समस्या पर 'हिंदी की त्रासदी' पुस्तक में भी प्रकाश डाला गया है
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References
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