Jat Languages: Difference between revisions
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किसी कौम को मिटाना हो तो शस्त्रों की आवश्यकता नहीं होती. केवल उस कौम की भाषा और इतिहास नष्ट करदो और उसकी सांस्कृतिक धरोहर छीन लो. वह स्वतः धरती से लुप्त हो जायेगी | किसी कौम को मिटाना हो तो शस्त्रों की आवश्यकता नहीं होती. केवल उस कौम की भाषा और इतिहास नष्ट करदो और उसकी सांस्कृतिक धरोहर छीन लो. वह स्वतः धरती से लुप्त हो जायेगी | ||
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; [[Rajasthani Language]] | ; [[Rajasthani Language]] | ||
; [[Punjabi Language]] | ; [[Punjabi Language]] |
Revision as of 01:35, 23 October 2015
किसी कौम को मिटाना हो तो शस्त्रों की आवश्यकता नहीं होती. केवल उस कौम की भाषा और इतिहास नष्ट करदो और उसकी सांस्कृतिक धरोहर छीन लो. वह स्वतः धरती से लुप्त हो जायेगी