तेज़ल लीलण
तेज़ल लीलण ने शृंगारे तेज़ल घोड़ी ने शृंगारे
गाया ने लेवन चाला जी म्हारा तेजाजी तपधारी
मीणा गाया सारी लेगा मीणा गाया चोर लेगा
या बिलखत लाछा आई जी म्हारा तेजाजी सुन म्हारी
तेज़ल गाया ने मीणा लेगा ऐ म्हारी गुवाडी सुनी करगा जी
तेजाजी सुन म्हारी
तेज़ल गाया ने लेवन चाला मीणा ने जार ललकारा जी म्हारा तेजाजी तपढ़ार
रण में मच गयो रे हाहाकार थे गिन गिन मीणा
ने मारा जी म्हारा तेजाजी तपढ़ारी
तेज़ल लाछा की गाया लाया थे गिन गिन गाया ने समालो जी लाछा गाया थारी
तेज़ल काणो गेवड़ो रहेगो म्हारो ओ गेवाड़ा ने लेवन
चाला जी म्हारा तेजाजी तपढ़ारी
मीणा सू लेर गेवड़ो आया तेज़ल ओ लाछा ने लार बलायोजी म्हारा तेजाजी तपढ़ारी
गोकुल शर्मा भजन में गायो राजू जी साथ निभायो
तेज़ल का भजन में गायो जी तेजाजी अर्जी म्हारी
थारा भजन के माही गायो जी तेजाजी अर्ज़ सुन म्हारी
Writter:- Gokul Sharma User:SALURAM
Back to राजस्थानी लोकगीत / Rajasthani Folk Lore