Bhag-Khera
Bhag-Khera (भाग खेड़ा/ बाघ खेड़ा) is a small village in Jind district of Haryana, under Pillu Khera tehsil.
Location
Gotras
History
कप्तान सिंह देशवाल लिखते हैं -
गांगोली गांव की सीमायें दूर होने के कारण यह गाँव अपने खेतों में एक थली पर जाकर बसा था। यह कबीला जहाँ पर रुका हुआ था, वहाँ पर जींद के राजा रघुवीर सिंह आ गये। गाँव वालों ने इसे अशुभ मान लिया। यहाँ से उठकर एक तालाब के पास आ गये। इसी जगह पर अपना गाँव बसा लिया।
इस गांव के बारे में कहते हैं कि राजा रघुवीर सिंह ने अपने पूर्वज भागसिंह के नाम पर गाँव का नाम भाग खेड़ा रखा। दूसरा मत यह भी है कि राजा ने इन लोगों को भाग्यवान कहा और इसी विचार से इस गाँव का नाम भागखेड़ा रखा गया। इस तालाब को तुलसी वाला तालाब कहते हैं। इस गाँव का क्षेत्रफल 9600 बीघा जमीन है। यह गाँव चौ. राणामालम और धन्नाराम दो भाइयों ने बसाया था। यहाँ से चैल्याण पाना (गांगोली) से 8 परिवार आये थे। यह गाँव सन् 1861 में आबाद हुआ था। सफीदों से 18 किलोमीटर दक्षिण दिशा में गांगोली से पूर्व दिशा में 2 किलोमीटर पर आबाद है।
सन् 2014 नवम्बर के महीने में भारतवर्ष की तरफ से पटना में नेशनल कबड्डी के खेल में गाँव निडाणी एकेडमी की तरफ से कु० नीलम देशवाल सुपुत्री चौ० दिलबाग सिंह ने स्वर्ण पदक प्राप्त करके अपने गोत्र, गांव और प्रान्त का नाम गर्व से ऊँचा किया। खेल जीत कर वापिस गांव में आने पर नीलम देशवाल का फूल मालाओं और नोटों की माला पहनाकर गाँव की तरफ से जोरदार स्वागत किया गया था। इस शुभ अवसर पर सफीदों के विधायक चौ. जसवीर सिंह देशवाल के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा इस खुशी के अवसर पर नीलम देवी को कई लाख रुपये देकर मान-सम्मान किया।
नीलम देशवाल की छोटी बहन कुमारी मानसी देशवाल ने सन् नवम्बर 2015 में तेलंगाना में नेशनल कबड्डी की विजेता टीम में दूसरा स्थान प्राप्त करके रजक पदक प्राप्त किया। कु० मानसी देशवाल का भी गांव व प्रदेश सरकार की तरफ से लाखों-लाख रुपया देकर फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। ये चार बहनें हैं और चारों कबड्डी के खेल में अग्रणीय रही हैं।[1]
Population
Notable Persons
External Links
References
- ↑ कप्तान सिंह देशवाल : देशवाल गोत्र का इतिहास (भाग 2) (पृष्ठ 119)
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