Biharoil
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Biharoil (बिहारोइल), PO Madaripur, is an ancient site in Tanore upazila of Rajshahi district, Bangladesh.
Origin
Variants
History
It was a site of the Gupta period, presumably Buddhist, exists at Biharoil in Rajshahi District where a sandstone Buddha of the Sarnath type was brought to light.[1]
बिहारोइल
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है .....बिहारोइल (AS, p.633-634), जिला राजशाही, बांग्लादेश: इस स्थान से बुद्ध की एक मूर्ति प्राप्त हुई थी जिसका निर्माण मूर्तिकला की बनारस शैली के अनुसार हुआ है। श्री दयाराम साहनी का विचार था कि यह मूर्ति वास्तव में बनारस में ही बनी थी और वहां से किसी प्रकार बंगाल पहुंची होगी किंतु श्री राखाल दास बनर्जी का कथन है कि मूर्ति का पत्थर चुनार का बलुआ त्थर नहीं है जिससे बनारस की मूर्तियां बनटी थीं (एज आफ द इंपीरियल गुप्ताज, पृ.170) किंतु यह तो स्पष्ट है कि मूर्ति का निर्माण [p.634] बनारस शैली में ही हुआ है। इस तथ्य से बनारस की मूर्तिकला के विस्तृत प्रसार के बारे में जानकारी मिलती है। गुप्त शासनकाल में बनी हुई अधिकांश बुद्ध की मूर्तियां बनारस शैली के अंतर्गत मानी जाती हैं।