Jhintiyo
आओ सुनाऊँ एक बात, झिंडीये वीर री बात
झिंडीयो बड़ो बहादुर हो, घर में बीरो आदर हो
झिंडीयो छोटो टाबर हो, खातो इतो बाफर हो
झिंडीयो चाल्यो नानेरे, नानेरे में नानी रे
नानाणे में नानी ही, सान्तरी प्यारी नानी ही
रास्ते में मोटो जंगल हो, पण झिंडीयो पूरो मंगल हो
जिकी बात रो डर हुयो, जंगल में बो ही जबर हुयो
रास्तो लंबो हो, पैला शेर मिल्यो, भेर भालू खबर लियो
गादड़ भी टकरायो हो, तन्ने खावणो है कह सगळा धमकायो हो
झिंडीयो पण डरयो नहीं, आँख्या में पाणी भरयो नी
खड़ो रियो पण पड्यो नी, बिना बोल्या तो सरयो नी
बोल्यो झिंडीयो तो अबार नान्हो है, ईंसू पेट भरे नी
झिंडीयो ने नानारे जाणो है, दही रोटियों खाणों है
ताजो मोटो हो जाणो है, पाच्छे खावो तो स्वाद भी आणो है
झिंडीयो ने जावण दो, पाछो इन्हें आणो है
सगळा बोल्या बात बड़ी स्याणी, मोटो ताजो करसी नानी
जा झिंडीया बैगो जा, नानाणे सूं पूठो आ
झिंडीयो तो सयाणों हो, पण बीरी निजर राखे हो बो कागलो काणो हो
झिंडीयो पूग गियो नानेरे, नानेरे में नानी रे
सान्तरी प्यारी नानी रे, प्यारी प्यारी नानी रे
झिंडीयो आच्छा पाड़े रोट, दूध मलाई खावे भोत
घी में भी गल्गच खायो हो, पण तन ने रास न आवे हो
नानी बोली बात बता, कुणसी चिंता रही सता
झिंडीयो केह्दी सारी बात, रास्ते पड़ती सारी घात
नानी एक उपाय लगायो, बिण वास्ते सांज सजायो
नानी एक ढोलकी बणवादी, पांच तार सूं जड़वादी
चाल ढोलकी ढमाकढम, ढमाक ढम भई ढमाकढम
मिल्यो शेरड़ो, बोलियों बोल, बोल ढोलकी झिंडीयो बोल
लुढकी ढोलकी और बोल्यो बोल, किसका झिंडीया किसका तुम
चल मेरी ढोलकी ढमाकढम, ढमाक ढम भई ढमाकढम
मिल्यो भालू, बोलियों बोल, बोल ढोलकी झिंडीयो बोल
लुढकी ढोलकी और बोल्यो बोल, किसका झिंडीया किसका तुम
चल मेरी ढोलकी ढमाकढम, ढमाक ढम भई ढमाकढम
मिल्यो गादड़, बोलियों बोल, बोल ढोलकी झिंडीयो बोल
लुढकी ढोलकी और बोल्यो बोल, किसका झिंडीया किसका तुम
चल मेरी ढोलकी ढमाकढम, ढमाक ढम भई ढमाकढम
मिल्यो काणो कागलो, बोलियों बोल, बोल ढोलकी झिंडीयो बोल
लुढकी ढोलकी और बोल्यो बोल, किसका झिंडीया किसका तुम
चल मेरी ढोलकी ढमाकढम, ढमाक ढम भई ढमाकढम
काणे देखी अठे पोल, मार चांच फोड़दियो ढोल
झिंडीये री अठे खुलगी पोल, पण झिंडीयो नि डरयो हो
किलकारी मार भाटो ताणियो हो, कागलो उड़ गियो जिको काणो हो
झिंडीये बीरे री इती बात, झिंडीये वीर री बात
झिंडीयो बड़ो बहादुर हो, घर में बीरो आदर हो
झिंडीयो छोटो टाबर हो, खातो इतो बाफर हो
संदर्भ: फेस्बूक पेज मनीराम सारण
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