Makandi
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Makandi (माकन्दी) was one of the five villages Pandavas had asked for in Mahabharata.
Origin
Variants
History
माकंदी
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ....माकन्दी (AS, p.732): महाभारत आदिपर्व 137,73 में इसका इस प्रकार उल्लेख है--'माकंदीमथ गंगायास्तीरे जनपदायुताम्, सो अध्यावसद् दीनमना: कांपिल्यं च पुरोत्तमम्'. अर्थात् तदनंतर राजा द्रुपद द्रोणाचार्य द्वारा आधा राज्य छीन लिए जाने पर, दीनता पूर्ण हृदय से गंगा तटवर्ती अनेक जनपदों से युक्त माकंदी में तथा नगरों में श्रेष्ठ कांपिल्य में निवास करने लगे. इस उल्लेख से ज्ञात होता है कि माकंदी पंचाल राज्य का एक छोटा भाग रहा होगा. इस लेख में वर्णित माकंदी, नगर विशेष का नाम नहीं जान पड़ता. यह संभवत: किसी बड़े जनपद का नाम था क्योंकि इसे जनपदों से युक्त बताया गया है. यह संभव है कि कांपिल्य (जिला फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश) इसी प्रदेश में स्थित था. किंतु महाभारत उद्योग पर्व 31,19 में माकंदी नामक ग्राम का भी उल्लेख है जिसे पांडवों ने चार अन्य स्थानों के साथ कौरवों से मांगा था-- 'अविस्थलंवृकस्थलं माकन्दीं वारणावतम्, अवसानं भवत्वत्र किंचिदेकं च पञ्चमम्' (V.31.19). संभवत: माकंदी ग्राम या नगर के नाम पर [p.733]: ही माकंदी जनपद भी प्रसिद्ध था. इस नगर की स्थिति पंचाल देश में ही समझनी चाहिए.
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.732-733