Maniparvata
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Maniparvata (मणिपर्वत) was a mountain mentioned in Mahabharata. Narakasura kept the sixteen thousand and one hundred maidens he had stolen in this mountain. [1] [2]
Origin
Variants
- Mani Parvata मणिपर्वत (AS, p.695)
- Maṇiparvata (मणिपर्वत)
History
Maṇiparvata (मणिपर्वत).—The crest jewel of Mandara stolen by Naraka; Kṛṣṇa removed it from Prāgjyotiṣa, after killing him. [3] [4]
मणिपर्वत
विजयेन्द्र कुमार माथुर[5] ने लेख किया है ...मणिपर्वत (p.695): प्रागज्योतिषपुर (गोहाटी, असम) में स्थित एक पर्वत जहां महाभारत काल में नरकासुर ने 16 सहस्त्र कुमारियों का अपहरण करके उनके रहने के लिए अंत:पुर बनवाया था. श्री कृष्ण ने नरकासुर के वध के पश्चात मणिपर्वत पर पहुंचकर इन कन्याओं को कारागार से छुटकारा दिला दिया था—‘एतत तु गरुडे सर्व क्षिप्रामारोप्य वासव: दाशर्हपतिना सार्धमुपायान्मणिपर्वतम’ सभा पर्व 38 दक्षिणात्य पाठ. इस प्रसंग में यह वर्णन भी है कि कृष्ण मणिपर्वत को उखाड़कर प्रागज्योतिषपुर से द्वारका ले गए थे और उन्होंने उसे वहीं स्थापित कर दिया था—‘तं महेन्द्रानुज: शौरिश्चकार गरुडोपरि पश्यतां सर्वभूतानामुत्पाट्य मणिपर्वतम्; तत: शौरी: सुपर्णेन एवं निवेशनमभ्ययात चकाराथ यथोद्देशमीश्वरो मणिपर्वतम’ सभा पर्व 38 दक्षिणात्य पाठ.
External links
References
- ↑ (Dākṣiṇātya Pāṭha, Chapter 38, Sabhā Parva).
- ↑ Source: archive.org: Puranic Encyclopedia
- ↑ Source: Cologne Digital Sanskrit Dictionaries: The Purana Index
- ↑ https://www.wisdomlib.org/definition/maniparvata
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.695