Baldev Singh Dhankhad
Baldev Singh Dhankhad (born 4 March 1889 - d. 1976) (बलदेव सिंह धनखड़ ) S/O Ch. Jag Ram Dhankhad of village Humayupur District Rohtak (Haryana) was the first to start Jat School In Rohtak. He, later, was instrumental in starting a series of Educational Institutions.
Dalip Singh Ahlawat writes -
....गांधी जी ने पहली बार यहां पर ब्रिटिश सरकार को ‘शैतानी सरकार’ बताया। लोगों में अभूतपूर्व जागृति आई। 6 नवम्बर, 1920 को रोहतक में भी एक कांफ्रेंस हुई जिसके अध्यक्ष लाहौर के प्रसिद्ध नेता चौ० रामभजदत्त थे। लाला श्यामलाल स्वागत समिति के अध्यक्ष थे। जाटनेता चौ० छोटूराम, चौ० बलदेवसिंह, चौधरी मातूराम और चौ० देवीसिंह आदि इस कांफ्रेंस में उपस्थित थे। जब असहयोग के प्रस्ताव के अनुमोदन की बात चली तो स्थानीय कांग्रेस नेता दो दलों में बंट गए। किसान नेता चौधरी छोटूराम असहयोग के विरोध में थे।[1]
पंजाब के हालात में अंग्रेज अफसरशाही, हिन्दू-सिक्ख-मुस्लिम-ईसाई साम्प्रदायिकता और साहूकारों के घोर शोषण और क्रूर लूट के खिलाफ यह ठोस कदम था और था गरीब शोषित जनता की सेवा का माध्यम। यह भारत की राजनीति में एक उच्चकोटि का शानदार प्रयोग था। एक तरफ जाटों में चौ० बलदेव सिंह और चौ० देवीसिंह ने चौ० मातुराम का साथ दिया, दूसरी ओर लाला श्यामलाल, ला० रामशरणदास और लाला लाजपतराय ने चन्दा दिया।[2]
References
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter X (Page 816)
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter X (Page 917)
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