Mera Anubhaw (Sanshodhit)/Vishay Suchi
रचनाकार: स्वतंत्रता सेनानी एवं प्रसिद्ध भजनोपदेशक स्व0 श्री धर्मपाल सिंह भालोठिया
ए-66 भान नगर, अजमेर रोड़, जयपुर-302021, 0141-2354026, संशोधित संस्करण-2017क्रम संख्या विषय
ईश्वर वन्दन
1 निराकार करतार तू ही
2 हमें तो जर्रे जर्रे में, व्यापक भगवान
3 हे दीनबन्धु भगवान
4 निराकार कारीगर ने
5 लाखों दुश्मन खड़े सिरहाने
किसान
6 ईश्वर तू है सर्वाधार
7 क्यों फिरे भटकता, भारत के वीर कमाऊ
8 आरती - जय जय जय हाली
9 आज हिमालय की चोटी से
10 तेरे कितने रूप किसान
देश की दशा
11 हे भगवान दयालु अब तो
12 मैं क्या गाऊँ, तुम क्या सुनोगे
13 नर नारी खुद जुल्म करें
14 दुनिया हमेशा मरती आई, तीन के ऊपर
15 एजी एजी देश का, पलट रहा इतिहास
16 आओ आओ आर्य वीरो
17 नहीं मन बस में, नहीं तन बस में
18 एजी एजी जगत में, सबसे बड़ी है बात
विश्व की दशा
19 आग लगी आकाश में
20 दुनिया में कैसी आँधी आई - परिवर्तन
भ्रष्टाचार
21 धर्म गया कलुकाल में
22 छाया भ्रष्टाचार सै
बुरे व्यसन - नशा
23 छोड़ दे सजनवां, छोड़ दे, शराब पीना
24 देखी महफिल, अजब निराली
25 एड्स कैंसर की बीमारी
26 देख देख तेरे कर्म राम की सूँ
27 नशेबाज बन, शराब
28 देख लिया संसार में - पिंगला भरथरी
जाति एवं छुआछूत
29 भारत के नौजवान
30 एजी एजी सुनना, ध्यान से बात हमारी
31 एजी एजी नहीं ये, बात समझ में आई
32 भारत के वीरो, अदना अमीरो
अन्ध विश्वास
33 नहीं मिली दवाई,ये दुनिया रोग ने घेरी
34 गंगा जी तेरी धार में,मूर्ख गेरें हाड
35 बनजा बन्दे नेक एक दिन, घड़ी अन्त की
36 आओ अनपढ़ परिवार दिखाऊँ
देशभक्ति
37 भारत के जन जन की ओर से
38 मिले उदाहरण, जिसके कारण
39 देश के वीरो, किसने खेला
40 जिनके त्याग से भारत भूमि
41 हिन्दुस्तान को देह समझो
42 मेरे देवर ल्यादे, ऐसी रंगीली साड़़ी
43 किसी को कौम से मोहब्बत
स्वतंत्रता दिवस - 15अगस्त
44 जुग जुग याद रहेगा
45 हुई मनादी , आई आजादी
नारी जागृति गीत
46 उठो अब देश की बहनों
47 देश दीवानी, एक क्षत्राणी
48 देश की बहनों, तुमने रखी
49 हो जाता है, पतन गृहस्थ का
50 पतिव्रता नारी के लक्षण
दहेज
51 देश में आई नई बीमारी
52 इस दहेज का नरनार में.
53 करूँ देख अचम्भा आज मैं
शिक्षाप्रद सीख
54 प्यारे बच्चो, विद्या अनमोल खजाना – विद्याधन
55 बन्दे दुनिया हो हो जानी
56 दुनियां में आ, शुभ कर्म कमा
57 बन्दे धर्म कर्म क्यों भूला
58 जोबन जवानी, बन्दे हो हो जानी
59 तनै गजब किया रे इन्सान, धर्म को
60 हाथियन के दांतन के
61 मरना एक दिन जरूर सै
62 सेवा से करते जाना प्यार रे
लोभ-लालच
63 शील सबर सन्तोष बड़ा कोई
64 जरा सा धीरे चलो मनुवां - मन की दौड़़
65 दो घोड़ों का सवार
66 फँसग्या माया जाल में
67 अति लोभी नर, नहीं करे सबर
चंचल मन
68 दिल डटता कोनी, डाटूँ सूँ रोज भतेरा
गद्दारी
69 भाइयों के संग गद्दारी, कर
कर्महीन
70 सकल पदार्थ हैं जग मांही
71 कर्महीन बालक के लक्षण
खटका
72 हर प्राणी को रहता, बबाल का खटका
गीत
73 ल्याई ल्याई है खुशी - दीवाली
74 साथण चाल पड़ी हे - ससुराल जाते समय
75 छठे रोज - जच्चा गीत
76 ये कितैं आया पीला - पीला
77 आर्य बन जाओ - नणदोई
78 सोहनी सी सुरत - बनड़ा
79 सावन आया बहना सारी झूलती हे - विरह गीत
80 खुरपा जाली हाथ में - सावन की छवि
81 बीर मनै पढ़ण बैठादे रे
82 गुरूकुल जांगी रे
83 पढ़ादे मेरे वीर पढूंगी गुरूकुल में
84 बन्ना दादाजी का प्यारा रे
85 बन्ना बैठा दादाजी की पोल - बनड़ा
86 जागो जागो हे भारत की देवियो
87 सखी हमें करना हे, नव भारत का निर्माण
महापुरूष
88 महापुरूष हमेशा करते हैं
89 महर्षि दयानन्द सरस्वती
90 स्वामी केशवानन्द
स्वतंत्रता सेनानी
91 चौधरी चरणसिंह भूतपूर्व प्रधानमन्त्री
92 चौ. देवीलाल भूतपूर्व उप प्रधानमन्त्री
93 बुड्ढ़ों की पेंशन चौ. देवीलाल
94 चौ. कुम्भाराम आर्य पूर्व मन्त्री
95 श्री बूटीराम किशोरपुरा
96 श्री पन्ने सिंह देवरोड़
कवि के पसंदीदा कुछ अन्य संकलन
97 म्हारा राम रघुनाथ
98 उठ जाग मुसाफिर भोर भई
99 मिलता है सच्चा सुख केवल
100 तेरे पूजन को भगवान
101 तेरा राम जी करेंगे बेड़ा पार
102 क्या तन माँजता रे
103 भला किसी का कर ना सको तो
शब्द वाणी
104 म्हाने अब के बचाले मोरी माय
105 भजन बिना बावरे
106 म्हारे सतगुरू ने दई ए बताय,
107 माया हे रंग बादली
108 नातो नाम को
109 राम भज तुही तुही
110 मन लागो मेरो राम फकीरी में
111 अब तो सोच समझ कर चाल
112 दुनिया भ्रम न खाई रे