Nang Thala
Nang Thala (नंगथला) is a village in Hissar tahsil and district in Haryana.
Founder
- Ghanghas clan Chauhan ruler Jatu's son was Harpal and Harpal's son was Rana, who founded Talwandi Rana. [1]
Location
Origin
History
इतिहास
जयपुर रियासत के शेखावाटी भाग में गूगौर और बागौर नाम के दो गाँव थे। इनके स्वामी जयपरतनामी चौहान थे। जयपरतनामी के 4 पुत्र हुये 1. जाटू, 2. सतरोल, 3. राघू, और 4. जरावता. जाटू का विवाह सिरसा नगर के सरोहा गोत्री ठाकुर की पुत्री के साथ हुआ। जाटू के दो पुत्र हुये पाड़ और हरपाल। पाड़ ने राजली ग्राम बसाया जो अब जिला हिसार में पड़ता है। [p.11] राजली सारा जाटों का गाँव है जिसके स्वामी भी जाट हैं। हरपाल ने गुराणा गाँव बसाया जो राजली के पास ही है। यह ग्राम भी जाटों का है। [2]
हरपाल के 5 पुत्र हुये – 1. राणा, 2. आब्भा, 3. महीपाल, 4. लाखा, 5 बीलण. राणा की संतान के तीन ग्राम थे - 1. तलवंडी, 2. नगथला, 3. साली. [3]
Jat Gotras
Population
Notable Persons
Nang Thala in News
दूसरे विश्वयुद्ध में शहीद हुए पालुराम खौथ को 77 वर्षों बाद मिली वतन की मिट्टी, गंगा में किया जायेगा अस्थियों का विसर्जन
सत्यवान लोहचब / अग्रोहा - दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इटली के शहर पोगियो में हुए दूसरे विश्वयुद्ध में 13 सितंबर 1944 को 19 वर्ष की आयु में शहीद हुए पालुराम की अस्थियाँ सोमवार (3 जून 2019) को उनके पैतृक गाँव नंगथला पहुंच गईं। पूरा गांव शहीद पालुराम अमर रहे के जय-जयकारों से गूंज रहा था। प्रशासन ने सेना की गारद के साथ पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ पालुराम खौथ के परिवार को अस्थियाँ सौंपीं और लोगों ने फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद पालुराम की अस्थियों को गंगा में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार विसर्जित किया जाएगा। (दैनिक भास्कर, रोहतक - 4 जून 2019)
External Links
References
- ↑ Jat Varna Mimansa (1910), Author: Pandit Amichandra Sharma, Published by Lala Devidayaluji Khajanchi, p.12
- ↑ Jat Varna Mimansa (1910), Author: Pandit Amichandra Sharma, Published by Lala Devidayaluji Khajanchi, pp.10-11
- ↑ Jat Varna Mimansa (1910), Author: Pandit Amichandra Sharma, Published by Lala Devidayaluji Khajanchi, pp.12-13
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