Saralaka
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Saralaka (सरालक) is a place name mentioned by Panini in Ashtadhyayi (4.3.93). It has been identified with Sahral in Punjab, India. [1]
Origin
Variants
- Saralaka सरालक = Saharala/Sahral सहराल, लुधियाना, पंजाब (AS, p.942)
- Sahral सहराल = Saralaka सरालक (AS, p.945)
Jat clans
- Sahral (सहराल)
History
Mention by Panini
Saralaka (सरालक), also Chhagalalaka (छगललक), Sakala (साकल), Chhagala (छगल), is mentioned by Panini in Ashtadhyayi under Takshashiladi (तक्षशिलादि) (4.3.93) group.[2]
सरालक
सरालक (AS, p.942) : एक ऐतिहासिक स्थान है, जिसका उल्लेख पाणिनि की 'अष्टाध्यायी' 4,3,93 में हुआ है। यह स्थान संभवतः ज़िला लुधियाना (पंजाब) में स्थित सहराल है। [3]
सहरालिए वैश्य यहाँ से अपना निकास मानते हैं।[4][5][6]
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.942
- ↑ V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.511
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.942
- ↑ सरालकोऽभिजनो यस्य स: सारालक:
- ↑ पाणिनीकालीन भारत |लेखक: वासुदेवशरण अग्रवाल |प्रकाशक: चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी-1 |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 87 |
- ↑ भारतकोश-सरालक