Surendra Singh Thakran
Surendra Singh Thakran (Grenadier) became Martyr of Kargil War on 13 June 1999. He was from Subana village in Jhajjar tahsil, district Jhajjar of Haryana.
Unit - 18 Grenadiers
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह ठाकराण
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह ठाकराण
2687616
08-04-1976 - 13-06-1999
वीरांगना - श्रीमती मोंटी देवी
यूनिट - 18 ग्रेनेडियर्स (टाईगर हिल)
तोलोलिंग का संग्राम
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध 1999
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह का जन्म 8 अप्रैल 1976 को हरियाणा के झज्जर जिले की झज्जर तहसील के सुबाना गांव में श्री रण सिंह ठाकराण एवं श्रीमती सुमित्रा देवी के परिवार में हुआ था। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वह भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 18 ग्रेनेडियर्स बटालियन में ग्रेनेडियर के पद पर नियुक्त किया गया था।
"ऑपरेशन विजय" में 12/13 जून 1999 की रात्रि को, जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले के द्रास सेक्टर में 17,000 फीट ऊंचे तोलोलिंग शिखर पर आधिपत्य के लिए एक संयुक्त ऑपरेशन में 2 राजरिफ बटालियन को आक्रमण करना था और 18 ग्रेनेडियर्स बटालियन को आक्रमण के लिए दृढ़ आधार (FIRM BASE) स्थापित करना था।
इस कठिन युद्ध में, हजारों फीट ऊंचाई पर, हिमाच्छादित पवन, उबड़खाबड़ भूभाग, शत्रु तोपखाने एवं स्वचालित शस्त्रों की भयानक गोलीवर्षा और अति विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से संघर्ष करते हुए ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह वीरगति को प्राप्त हुए थे।
इनके नाम पर रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में गैस एजेंसी संचालित है।
शहीद को सम्मान
इनके नाम पर रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में गैस एजेंसी संचालित है।
गैलरी
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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