Surinder Prasad

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Surinder Prasad (Major)

Surinder Prasad (Major) (05.11.1939 - 23.09.1965) became martyr on 23.09.1965 during Indo-Pak War 1965. He was from Abohar city in Fazilka district of Punjab, India. Unit: 19 Maratha Light Infantry.

मेजर सुरिंदर प्रसाद

मेजर सुरिंदर प्रसाद

05-11-1939 - 23-09-1965

वीर चक्र (मरणोपरांत)

यूनिट - 19 मराठा लाइट इंफेंट्री

ऑपरेशन रिडल

भारत-पाक युद्ध 1965

मेजर सुरिंदर प्रसाद का जन्म 5 नवंबर 1939 को ब्रिटिश भारत में संयुक्त पंजाब प्रांत के अबोहर शहर में दिग्गज गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व विधायक मास्टर तेग राम एवं श्रीमती सोमवती देवी के परिवार में हुआ था। वर्ष 1955 में उन्होंने म्यूनिसिपल हाई स्कूल अबोहर से मेट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की थी। तत्पश्चात वर्ष 1959 में उन्होंने डीएवी कॉलेज जालंधर से बीए किया था। इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून के माध्यम से 17 दिसंबर 1961 को उन्हें भारतीय सेना की 19 मराठा लाइट इंफेंट्री रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ था।

ऑपरेशन रिडल में, 19 मराठा लाइट इंफेट्री बटालियन को पंजाब के खेमकरण सेक्टर में थट्टी जयमल गांव पर अधिकार करने का कार्य सौंपा गया। 19 मराठा बटालियन द्वारा थट्टी जयमल सिंह पर अधिकार कर लिए जाने पर 21 सितंबर 1965 को शत्रु ने मराठा कंपनी की एक स्थिति पर आक्रमण किया, जिसके परिणामस्वरूप कंपनी कमांडर गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें वहां से निष्कासित किया गया। ऐसे में, लड़ाई में पूर्व से ही निरंतर तीन दिनों से दबाव झेल रही और भारी हताहत हुई कंपनी की मेजर सुरिंदर प्रसाद ने कमानी संभाली।

जब शत्रु ने मोर्टार और टैंक गोलाबारी के साथ एक और पलटवार किया, तो मेजर सुरिंदर प्रसाद ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की पूर्ण उपेक्षा करते हुए एक-एक प्लाटून में जाकर अपने सैनिकों को शत्रु से लड़ने के लिए प्रेरित किया। इस कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गए परंतु शत्रु के पीछे नहीं हटने तक वह लड़ाई में डटे रहे। अंततः अपनी घातक चोटों से वह वीरगति को प्राप्त हुए।

इस कार्रवाई में, मेजर सुरिंदर प्रसाद ने उच्च स्तरीय नेतृत्व और अनुकरणीय साहस प्रदर्शित किया। उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

मेजर सुरिंदर प्रसाद के बलिदान को भारत में, युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा।

जय हिंद!! जय जवान!!

मेजर सुरेंद्र प्रसाद को जन्मदिवस पर श्रद्धासमन अर्पित किए

मेजर सुरेंद्र प्रसाद को जन्मदिवस पर श्रद्धासमन अर्पित किए

1965 के भारत-पाक युद्ध में शत्रु सेना से खेमकरण सेक्टर में गट्टी जैमल सिंह गांव के पास भारतीय भूमि मुक्त करवाने के लिए बलिदान देने वाले मेजर सुरेंद्र प्रसाद की शहीदी स्मारक पर उनके जन्म दिवस को लेकर पंजाबी सभ्याचार मंच द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मंच के चेयरमैन बी.एल सिक्का ने मेजर सुरेंद्र प्रसाद की शहादत को बेमिसाल बताते हुए कहा कि ऐसे बलिदानी पर पूरे इलाके को सदैव गर्व रहेगा। सैनिकों द्वारा जिस प्रकार सीमाओं पर देश की रक्षा की जाती है उसे देखते हुए पूरे समाज का उनके प्रति कृतज्ञ रहना आवश्यक है। लेखक परिषद के प्रधान राज सदोष ने उस समय के संस्मरण साझे करते हुए कहा कि पूर्व विधायक मास्टर तेग राम के सुपुत्र मेजर सुरेंद्र प्रसाद को उसके पैतृक शहर अबोहर में हजारों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की थी आैर उसके बलिदान स्थल पर युद्ध के दौरान ही नमन करने गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पत्नी ललिता शास्त्री शहीद स्मारक का अनावरण करने स्वयं अबोहर आई थी। मंच के प्रधान गुरचरण सिंह गिल के नेतृ्त्व में स्मारक पर पुष्प अर्पित करने वालों में पूर्व पार्षद गीता चौधरी, कुलभूषण हितैशी, सुशील चौधरी, चिमन लाल वधवा, अंकुश छाबड़ा, गुलशन गुंबर, रविंदर ढाका, राज नरूला, विपिन शर्मा, दीपक मेहता, संजीव वर्मा, देसराज कंबोज एडवोकेट, दर्शन लाल चुघ, सतनाम राय, शाम लाल अरोड़ा, श्रीराम नूनीवाल, राहुल मदान, राकेश रहेजा, चरणदास, इंद्रजीत राजा, राजिंदर राजौरिया, विजय विकास, सूरजभान ढालिया, ओम प्रकाश आसरी नरेश कुमार आदि शामिल थे।

Source - https://www.bhaskar.com/news/PUN-OTH-MAT-latest-abohar-news-020004-414047-NOR.html

स्रोत

References


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