Taja Ram Beniwal
Taja Ram Beniwal (b.1941-d.24.7.1967) - Village Chamu, Shergarh, Jodhpur, 16 Jat Regiment became martyr of militancy in North East Frontier Area on 24.7.1967.
जीवन परिचय
मर कटियौ औ मानवी, अम्बर कांपै आज। तगड़ी लड़ियौ ताजियौ, हिन्दवाण रै काज।।
सिपाही ताजाराम बेनीवाल
यूनिट - 16 जाट रेजिमेंट
वीरांगना - श्रीमती फूलीदेवी
पूर्वोत्तर उग्रवाद विरोधी लड़ाई
सिपाही ताजाराम बेनीवाल का जन्म वि.सं. 1998 को जोधपुर जिले की शेरगढ़ तहसील के चामू (प्रहलादपुरा) गाँव में चौधरी मेहाराम और श्रीमती हरकू देवी के परिवार में हुआ था।
फौजी वर्दी के आकर्षण से प्रेरित होकर ताजाराम 5 दिसम्बर, 1963 को घरवालों को बिना बताये ही सेना में भर्ती हुए थे।
अपने सैन्य जीवन की शुरुआत उन्होंने जाट रेजिमेंट सेन्टर बरेली से प्रारम्भिक ट्रेनिंग प्राप्त करके की थी। सफलतापूर्वक सैन्य प्रशिक्षण की समाप्ति के बाद उन्हें 16 जाट रेजिमेंट में सिपाही के पद पर नियुक्ति मिली।
इस बटालियन में अपने 3 साल के छोटे से कार्यकाल में सिपाही ताजाराम ने सराहनीय कार्य करके अपने अधिकारियों व साथियों का मन जीत लिया था।
हर कार्य को मुस्तैदी व खुशी से पूर्ण करना ताजाराम के स्वभाव में शामिल था। भारत-पाक युद्ध 1965 की समाप्ति के बाद वर्ष 1967 में 16 जाट रेजिमेंट नागालैंड में तैनात थी, जहाँ इस बटालियन ने नेफा में उग्रवादियों के विरुद्ध कार्यवाही के दायित्त्व को बखूबी निभाया।
24 जुलाई, 1967 को सिपाही ताजाराम ने अविभाजित पूर्वोत्तर भारत (NEFA) (North East Frontier Area) के नागालैंड में उग्रवादियों के विरूद्ध वीरता पूर्वक लड़ते हुए मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
भारतवर्ष की एकता और अखंडता की रक्षा करते बलिदान हुए सिपाही ताजाराम को देश युगों युगों तक याद करेगा।
जय हिंद!! जय जवान!!
संदर्भ
गैलरी
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सिपाही ताजाराम बेनीवाल
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