हीरासिंह चाहर का काव्य
कुर्बानी
दुनिया में बड़ी कुर्बानी रे दुनिया में -टेर-
जो देश धर्म पर मरता निज नाम अमर वो करता ।
सदा रहती उनकी कहानी रे । दुनिया में ।। 1।।
वो प्रतापसिंह बलधारी, बना आजादी का पुजारी ।
चितौड़ का रख्या पानी रे । दुनिया में ।। 2।।
हुआ शिवाजी बलशाली चोटी जनेऊ बचाली ।
सुन डरती है मुगलानी रे । दुनिया में ।। 3।।
धनि-धनि किशोरी रानी दिल्ली में तेग जा तानी ।
तेरी अमर रहेगी कहानी रे । दुनिया में ।। 4।।
बना हीरासिंह मर्दाना निज शीश देश पर चढाना ।
ना रहे सदा जिन्दगानी रे । दुनिया में ।। 5।।
दुनिया में बड़ी कुर्बानी रे दुनिया में
रचयिता
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