Amar Singh Bajina

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Amar Singh Bajina

Amar Singh Bajina (Hawaldar) (born:08.08.1943), Vira Chakra, played an act of bravery on 26.06.1972 on border of Jammu and Kashmir by expelling the enemy intruders. He was in Unit - 11 Jat Regiment. He is from village Bajina in Tosham Tehsil of Bhiwani district, Haryana.

हवलदार अमर सिंह

हवलदार अमर सिंह

वीर चक्र

यूनिट - 11 जाट रेजिमेंट

हवलदार अमर सिंह का जन्म ब्रिटिश भारत में 8 अगस्त 1943 को संयुक्त पंजाब में हुआ था। वह वर्तमान हरियाणा के भिवानी जिले की तोशाम तहसील के बाजिना गांव के निवासी थे। वर्ष 1972 में वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट की 11 बटालियन में हवलदार के पद पर सेवारत थे।

26 जून 1972 को, हवलदार अमर सिंह को शत्रु के एक गश्ती दल को रोकने का आदेश दिया गया, जो जम्मू-कश्मीर में हमारे क्षेत्र में एक अग्रिम संरक्षित क्षेत्र के आसपास घुसपैठ कर चुका था। भारी बाधाओं के उपरांत, उन्होंने गश्ती दल का नेतृत्व किया और जब वह शत्रु के गश्ती दल के 150 गज के भीतर थे, तब उन्होंने एक लाइट मशीन गन और 2 इंच मोर्टार के साथ उन पर आक्रमण किया और तीन शत्रुओं को मार गिराया।

शत्रु ने भी उनके गश्ती दल को मीडियम मशीन गन और तोपखाने के फायर से घेर लिया। उन्होंने हमारे क्षेत्र में घुस आए शत्रु को खदेड़ने के पश्चात अत्यंत साहस और शांति के साथ अपने गश्ती दल को वहां से निकाल लिया।

यद्यपि उनके बाएं हाथ और बाएं पैर पर शत्रु की लाइट मशीन गन के फायर से घाव हो गए थे, तो भी अपने घावों पर ध्यान नहीं देते हुए, साहस के साथ गश्त का नेतृत्व करते वह आगे बढ़ते रहे। बाद में ज्ञात हुआ कि उनके हाथ और पैर में छह गोलियां लगी थीं।

इस कार्रवाई में हवलदार अमर सिंह ने उच्च कोटि की वीरता और नेतृत्व का परिचय दिया। उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया। वह सूबेदार के रूप में सक्रिय सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।

स्रोत

गैलरी

References

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