Asirgarh Fort Betul
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |



Asirgarh is site of a fort near Hiran Ghati a village in Ghoradongari tahsil of Betul district in Madhya Pradesh.
Variants
Origin
Jat Gotras Namesake
- Asiag (Jat clan) → Asirgarh is site of a fort near Hiran Ghati a village in Ghoradongari tahsil of Betul district in Madhya Pradesh.
Location
History
असीरगढ़ किला
असीरगढ़ - बैतूल से 64 किलोमीटर उत्तर पूर्व में परिक्षेत्र सारणी के कक्ष क्रमांक 305 में असीरगढ़ किला अवस्थित है. यह वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है.[1]
असीरगढ़ किले में बैतूल के उत्तरपूर्व में लगभग 64 किमी दूर और शाहपुर तहसील से करीब 30 किमी दूर रामपुर के सुरक्षित वनक्षेत्र से होकर पहुंचा जा सकता है। यह समुद्रतल से करीब 686 मीटर ऊंचाई पर है। यह दुर्ग आदिवासी अधिपत्य में था। इसका संबंध देवगढ़ (छिंदवाड़ा) के प्रसिद्ध गोंड शासकों से बताया जाता है। यह किला आदिवासियों की कहानियां समेटे हुए है। 1857 में अंग्रेजों से बगावत करने वाला भभूत सिंह यहीं का रहने वाला था। जंगल की लड़ाई में शहीद होने वाला भभूत सिंह मध्यप्रदेश का पहला आदिवासी है, जिसे (1861 में) जबलपुर जेल में फांसी दे दी गई थी। इसके बाद ही 1862 में बोरी क्षेत्र के जंगलों पर कब्जा कर लिया गया। असीरगढ़ किला अब जीर्ण-शीर्ण हो गया है। दीवाराें में छेद हाे गए हैं। वहीं कुछ ढह गई हैं। इसके अलावा यहां पानी की बावली और मंदिर है। मंदिर की दीवारें भी कमजाेर हाे चुकी हैं।[2]
People
External links
See also
References
- ↑ आर डी महला, कार्य आयोजना अधिकारी, उत्तर बेतूल वनमंडल
- ↑ https://www.bhaskar.com/mp/betul/news/mp-news-the-fort-of-betul-explains-the-history-of-gondraj-the-need-to-ease-the-historical-heritage-064532-4370531.html