Banshi Dhar Farshwal

Banshi Dhar Farshwal (Naik) (03-07-1961 - 24-08-1996) became became Martyr of Militancy in Gurej sector of Bandipora in Jammu and Kashmir on 24-08-1996 . He was from Bhoodoli (भूदोली) village in Neem Ka Thana tehsil of Sikar district in Rajasthan. Unit - 9 Jat Regiment
नायक बंशीधर जाट
नायक बंशीधर जाट
03-07-1961 - 24-08-1996
वीरांगना - श्रीमती रेशमी देवी
यूनिट - 9 जाट रेजिमेंट
ऑपरेशन रक्षक
आतंकवाद विरोधी अभियान
नायक बंशीधर फरसवाल का जन्म 3 जुलाई 1961 को हुआ था। वह राजस्थान के सीकर जिले की नीमकाथाना तहसील के भूदोली गांव क्षेत्र की मानाकाली ढाणी के निवासी थे। 25 सितंबर 1981 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 9 जाट बटालियन में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया था। अपनी बटालियन में विभिन्न स्थानों और परिचालन परिस्थितियों में सेवाएं देते हुए, वह नायक के पद पर पदोन्नत हो चुके थे।
वर्ष 1996 में नायक बंशीधर अपनी बटालियन के साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में जम्मू-कश्मीर के बांदिपोरा जिले में तैनात थे। 24 अगस्त 1996 को गुरेज सेक्टर में, 9 जाट की एक टुकड़ी और आतंकवादियों में भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एंव वीरता से संघर्ष करते हुए सूबेदार निहाल सिंह व नायक बंशीधर वीरगति को प्राप्त हुए थे।
शहीद को सम्मान
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
Gallery
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24 अगस्त 2019 को सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती द्वारा इनकी मनुष्मायाकार प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
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संदर्भ
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