Barda Pratapgarh
Barda (बरडा) or Burda (बुरड़ा) is a village in Pratapgarh tahsil in Chittorgarh district in Rajasthan.
Jat Gotras
History
Burda Inscription of Rupadevi of 1283 AD
डॉ. गोपीनाथ [1] लिखते हैं कि यह शिलालेख बुद्धपद्र (बुरडा) गाँव की एक बावड़ी में लगा हुआ था जहाँ से उसे जोधपुर के दरबार हाल में लाकर सुरक्षित किया गया था. यह संस्कृत पद्य का 19 पंक्तियों का लेख पत्थर पर उत्कीर्ण है. प्रारंभ में कृष्ण की स्तुतु की गयी है. फिर समरसिंह , उदयसिंह तथा उसकी पुत्री रूपादेवी और उसके पति तेजसिंह का वर्णन किया गया है. 18 -19 वीं पंक्तियों में वि.सं. 1340 सोमवार ज्येष्ठ कृष्ण सप्तमी को रूपादेवी द्वारा बनवाई गयी बावड़ी की प्रतिष्ठा का उल्लेख है. यह घटना महाराजकुल सामंतसिंह देव के समय में तथा जयशाह आदि के 'पंचोपो' के समय में होना वर्णित है. इसमें कुछ आबू के निकटवर्ती प्रदेशों के सामंतों का वंश-क्रम दिया गया है. यह उल्लेखनीय है की उस समय रजा की भांति सामंत परिवार की स्त्रियाँ भी जनहित संपादन के लिए बावड़ियाँ बनावती थी और उसको एक सामाजिक तथा धार्मिक महत्व दिया जाता था. साथ ही इस लेख में जयशाह आदि व्यक्तियों का 'पंचप' होने का उल्लेख है, जिनकी शासक नियुक्ति करता था, बड़े महत्व का है. इसमें दिए गए सामंतों के नाम आबू से प्राप्त कई शिलालेखों से प्रतिपादित हो जाते हैं.
Notable persons
References
- ↑ शर्मा डॉ. गोपीनाथ शर्मा: राजस्थान के इतिहास के स्त्रोत, 1983, पृ. 115
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