Bhardvaji
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Bhardvaji (भारद्वाजी) is a one of seven tributary river of Godavari River.
Origin
Variants
- Bhardvaji River भारद्वाजी नदी (AS, p.665)
- Bhardwaji River/Bhardwaji भारद्वाजी नदी
- Bharadwaji (भारद्वाजी)
- Bharadwaji River (भारद्वाजी) Mahabharata (VI.10.28)
- Bharadvaji River भारद्वाजी
History
In Mahabharata
Bharadwaji River (भारद्वाजी) is mentioned in Mahabharata (VI.10.28)
Bhisma Parva, Mahabharata/Book VI Chapter 10 describes geography and provinces of Bharatavarsha. Bharadwaji River (भारद्वाजी) is mentioned in Mahabharata (VI.10.28). [1]....of Sighra, and Pichchhila, and the river Bharadwaji, of the river Kaushiki, and Shona, Bahuda and Chandrama;
भारद्वाजी नदी
भारद्वाजी नदी (AS, p.665) गोदावरी नदी की सप्त शाखाओं में से एक है। [2]
गोदावरी नदी
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...गोदावरी नदी (AS, p.299) भारत की प्रसिद्ध नदी है। यह नदी दक्षिण भारत में पश्चिमी घाट से लेकर पूर्वी घाट तक प्रवाहित होती है। नदी की लंबाई लगभग 900 मील (लगभग 1440 कि.मी.) है। यह नदी नासिक त्रयंबक गाँव की पृष्ठवर्ती पहाड़ियों से निकलती है। मुख्य रूप से नदी का बहाव दक्षिण-पूर्व की ओर है। गोदावरी की सात शाखाएँ मानी गई हैं- 1. गौतमी, 2. वसिष्ठा, 3. कौशिकी, 4. आत्रेयी, 5. वृद्ध गौतमी, 6. तुल्या, 7. भारद्वाजी
महाभारत, वनपर्व 85, 43 में सप्त गोदावरी का उल्लेख है- 'सप्तगोदावरी स्नात्वा नियतो नियतो नियताशान:।' ब्रह्मपुराण के 133वें अध्याय में तथा अन्यत्र भी गोदावरी (गौतमी) का उल्लेख है।
External links
References
- ↑ शीघ्रां च पिच्छिलां चैव भारद्वाजीं च निम्नगाम, कौशिकीं निम्नगां शॊणां बाहुदाम अद चन्दनाम (VI.10.28)
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.665
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.299
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