Bhardvajatirtha
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Bhardvajatirtha (भारद्वाज) was a pilgrim, one of five Naritirthas, in south India during Mahabharata period.
Origin
Variants
- Bhardvajatirtha (भारद्वाज) दे. Naritirtha नारीतीर्थ (p.665)
History
भारद्वाज
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...भारद्वाज (AS, p.665): नारीतीर्थों में परगणित तीर्थ-- 'अगस्त्यतीर्थ सौभद्र' पौलोमं च सुपावनम्, कारंधर्म प्रसन्नं च हयमेधफलं च तत'। (महाभारत 1,215,4). यह दक्षिण-समुद्र तट पर स्थित था. 'तत: समुद्रे तीर्थानि दक्षिणे भरतर्षभ'। (महाभारत 1,215,1). इसकी गणना दक्षिण-सागर के पंचतीर्थों (अगस्त्य, सौभद्र, पौलोम, कारंधम और भारद्वाज) में की जाती थी- 'दक्षिणे सागरानूपे पंचतीर्थानि सन्ति वै'। (महाभारत 1,216,17). (दे. नारीतीर्थ)