Chaman Singh Nain

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Chaman Singh Nain (चमन सिंह नैन) is a progressive and innovative farmer from village Badri, tah: Malhargarh in Mandsaur district of Madhya Pradesh.

चमन सिंह नैन का जीवन परिचय

उत्तरप्रदेश से आकर मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले के बादरी में बसने वाले चमन सिंह नैन आज कृषि के क्षेत्र के साथ पशु पालन में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। चमन सिंह 1973 में उत्तर प्रदेश से मंदसौर आये। यहां की भूमि कोई ही अपनी कर्मभूमि बना ली।चमन सिंह के पिता स्वर्गीय कदम सिंह नैन कृषि विभाग में अधिकारी थे।

चमन सिंह नैन के सफलता की कहानी

बड़े हर्ष एवं खुशी की बात है कि दैनिक भास्कर के मालवा गौरव संस्करण में हमारे जाट समाज के सबसे उन्नत किसान चौधरी चमन सिंह जी नैन की सफलता की कहानी प्रकाशित हुई है !!

मालवा गौरव संस्करण ने चमन सिंह जी की निम्नलिखित उपलब्धियों का प्रकाशन किया।

1. कृषि गुरु की उपाधि के साथ गन्ना किंग बन चुके है चमन सिंह नैन :- उत्तरप्रदेश से आकर मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले के बादरी में बसने वाले चमन सिंह नैन आज कृषि के क्षेत्र के साथ पशु पालन में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। मात्र 25 बीघा जमीन से खेती की शुरुआत करने वाले चमन सिंह ने परिश्रम से खेती का रकबा बढ़ाया।आज उनके पास कई एकड़ बेशकीमती जमीन मंदसौर शहर से लगी हुई है। यही कारण है कि क्षेत्र में लोग उन्हें कृषि गुरु या गन्ना किंग भी कहने लगे हैं।खेती के साथ आज उनके पास 200 गाय और 90 भैंसे हैं।

2. पिता का बनाया मंदिर - चमन सिंह 1973 में उत्तर प्रदेश से मंदसौर आये। यहां की भूमि कोई ही अपनी कर्मभूमि बना ली।चमन सिंह के पिता स्वर्गीय कदम सिंह नैन कृषि विभाग में अधिकारी थे। पिता के देहावसान के पश्चात ग्राम बादरी में ही अंतिम संस्कार कर पिता का मंदिर बनाया।वह अपने पिता की सुबह और शाम पूजा करते हैं।एक सफल कृषक होने का श्रेय वह अपने पिता को देते हैं।

3. गन्ना उत्पादन में बनाई पहचान :- गन्ना उत्पादन के मामले में चमन सिंह ने अपनी खास पहचान बनाई है जिले में चमन सिंह के यहां गन्ने की सबसे ज्यादा पैदावार होती है ।उनका गन्ना मंदसौर ,नीमच, रतलाम के अलावा राजस्थान के प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ सहित आसपास के कई जिलों में काफी पसंद किया जाता है।उन्होंने कोरोना काल में शुद्ध गुड़ बनाकर लोगों के मुंह मीठा कराए।

4. जिंदगी भर नशे से रहे दूर :- 65 साल की उम्र में सुबह 4:00 बजे दिनचर्या शुरू हो जाती है। जीवन भर किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहे। नियमित दिनचर्या और संतुलित खानपान की वजह से शारीरिक रूप से आज भी चमन सिंह युवा को मात देते है।

5. खेती सफल व्यवसाय से कम नही : चमन सिंह नैन का कहना है कि अगर मेहनत के साथ उन्नत तकनीक का इस्तेमाल करते हुए खेती की जाए तो वह किसी सफल व्यवसाय से कम नहीं है आज से 20 साल पहले किसान खुद के बीज पर निर्भर था और प्रकृति पर आधारित खेती करता था अब संसाधन इतने बढ़ गए हैं की प्रकृति को भी चुनौती दी जा सकती हैं बशर्तें हैं प्रयास सच्चे मन से किया जाए।

6. किसान लेते हैं चमन सिंह से सलाह :- खेती में नया प्रयोग करने के कारण उन्हें प्रगतिशील किसान माना जाता है किसान उनसे बुवाई के समय खाद बीज और कीटनाशक के उपयोग के बारे में सलाह लेने भी आते हैं। खेती के प्रति समर्पण और अनुभव के कारण वे क्षेत्र के कई किसानों के कृषि गुरु भी बन चुके हैं।

अखिल भारतीय जाट महासभा मध्य प्रदेश की ओर से चमन सिंह जी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।आप ऐसे ही समाज एवं प्रदेश के किसानों का मार्गदर्शन करते रहे।

:एडवोकेट अर्जुन भाकर 
:प्रदेश मीडिया प्रभारी 
:अखिल भारतीय जाट महासभा मध्यप्रदेश

चित्र गैलरी

संदर्भ


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