Chandayan

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Chandayan (चंदायन) was first awadhi masnawi world famous book. It is supposed to be written last decades of 14th century. According to a source it was published in 1397 at Dalmau, a historical town in the district of Rae Bareli in Uttar Pradesh, India. .

History

Dalmau enjoys a unique place in the literary world because it was here that the famous Hindi poet, Surya Kant Tripath Nirala wrote his poems while sitting on the fort and overlooking the scene below. Dalmau was also centre of sufism in fourteen century because Maulana Daud a Chishti saint who was attached to Dalmau royal court was living here and he wrote first awadhi masnawi world famous book Chandayan.

चंदायन

चंदायन, मुल्ला दाऊदकृत हिंदी का ज्ञात प्रथम सूफी प्रेमकाव्य। इसमें नायक लोर, लारा, लोरक, लोरिक अथवा नूरक और नायिका चाँदा या चंदा की प्रेमकथा वर्णित है। रचनाकाल विवादग्रस्त है। प्रसिद्ध इतिहासकार अल् बदायूनी के आधार पर, जिसने सन् 772 हिजरी के आसपास इसकी प्रसिद्धि का उल्लेख किया है, ई. सन् की 14वीं शताब्दी के अंतिम दशकों में इसकी रचना का अनुमान किया जाता है। इसके नामकरण तथा पाठों में भी एकतानता नहीं है। प्राचीन उल्लेखों में विशेष रूप से "चंदायन" और सामान्यत: "नूरक चंदा" नाम मिलता है।

लोकगाथा के रूप में इस काव्य की मौखिक परंपरा भी है। उत्तर प्रदेश और बिहार के अंचलों में, कथावस्तु में हेरफेर के साथ लोकप्रचलित छंदों में "लोरिकायन", "लोरिकी" और "चनैनी" नाम से इस प्रेमगाथा के अनेक संस्करण प्राप्त हैं। प्राचीन काल से ही इस कथा की ख्याति इतिहासकारों और कवियों के उल्लेखों से सिद्ध है।

कुछ विद्वान् इसकी भाषा ठेठ अवधी मानते हैं और कुछ हिंदी की बोलियों के मिश्रण से बनी किसी "सांस्कृतिक भाषा" की कल्पना करते हैं। अन्य सूफी काव्यों की भाँति इसमें भी रहस्यभावना की प्रतिष्ठा है। इसमें आए कतिपय सौंदर्यचित्र और प्रसंग मर्मस्पर्शी हैं। कथा दोहा, चौपाई शैली में वर्णित है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार तथा मध्य प्रदेश में इस कथा के अनेक संस्करण लोकगाथा के रूप में प्रचलित हैं।

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References