Chandrayana
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Chandrayana (चांद्रायण) is name of a hill in Villupuram district (erstwhile South Arcot district) in the Indian state of Tamil Nadu. Chandrayana (चान्द्रायण) is mentioned as a Vishaya by Panini in Ashtadhyayi (IV.2.54.3). [1][2]
Origin
Variants
- Chandrayana (चांद्रायण) (AS, p.365)
- Chandrayanagiri चांद्रायण (AS, p.365)
Jat clans
Mention by Panini
Chandrayana (चान्द्रायण) is mentioned as a Vishaya by Panini in Ashtadhyayi (IV.2.54.3). [3][4]
History
जिंजी
विजयेन्द्र कुमार माथुर[5] ने लेख किया है ...जिंजी (AS, p.365) कर्नाटक के अर्काट ज़िला में स्थित था। वर्तमान में यह तमिलनाडु के विलुप्पुरम ज़िले में स्थित है। जिंजी मद्रास-धनुष्कोटि रेलमार्गपर तिंडिवनम् स्टेशन से 20 मील पश्चिम में बसा हुआ यह स्थान अपने सुदृढ़ दुर्ग के कारण उल्लेखनीय है। जिंजी का दुर्ग तीन पहाड़ियों को मज़बूत दीवार से जोड़ कर तीन मील की परिधि में बनाया गया है। दुर्ग की तीन पहाड़ियाँ हैं-- राजगिरि, श्रीक़ृष्ण गिरि और चांद्रायण. राज गिरि पहाड़ी पर रंगनाथ का सुन्दर मन्दिर है, जिसमें कृष्ण की कलात्मक मूर्तियाँ हैं। वेंकटरमण स्वामी के मंदिर में रामायण के सुंदर चित्र हैं. जनश्रुति के अनुसार इस दुर्ग तथा मंदिरों के निर्माण कर्ता काशिराज सूरशर्मा थे. यह काशी से यहां यात्रा पर आए थे. दूसरी लोककथा यह भी है कि जिंजी नगर की स्थापना तुप्पकल कृष्णाप्पा ने की थी जो कांचीपुरी के निवासी थे.
External links
References
- ↑ V S Agarwal:India as Known to Panini, p.386
- ↑ V S Agarwal:India as Known to Panini, Appendix-II, p.398
- ↑ V S Agarwal:India as Known to Panini, p.386
- ↑ V S Agarwal:India as Known to Panini, Appendix-II, p.398
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.365