Erachh
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Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Erachh (एरछ) is a site of fort near Jhansi in Bundelkhand.
Origin
Variants
Erachha (एरछ) (बुंदेलखंड,म.प्र.) (AS, p.111)
History
एरछ
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...एरछ (AS, p.111) मुग़ल काल में इस स्थान पर एक दुर्ग था यहाँ वीर छत्रसाल के पिता चंपतराय ने औरंगजेब के ज़माने में मुग़ल सेनाओं से युद्ध करते हुए अपने ठहरने के लिए स्थान बनाया था।[2]
झाँसी के पास "गुर्जरा' और "एरछ' दोनों स्थानों को बुद्ध से जोड़ा गया है।[3]
‘नरवर चढ़े ने बेड़नी, एरछ पकै न ईंट....: शिवपुरी जिले की इस तहसील में एक कहावत आज भी प्रसिद्ध है-‘नरवर चढ़े ने बेड़नी, एरछ पकै न ईंट-गुदनौटा भोजन नहीं, बूंदी छपै न छींट’।[4]
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.111
- ↑ देखें बुंदेलखण्ड का संक्षिप्त इतिहास- गोरेलाल पुरोहित-पृ. 160
- ↑ मौर्ययुगीन बुंदेली समाज और संस्कृति
- ↑ Danik Bhaskar,24.9.2017