Jhumar Lal Pandar
लेखक:लक्ष्मण बुरड़क, IFS (R) |
Jhumar Lal Pandar (born:1921) (चौधरी झूमरलाल पांडर), Bodind Kalan (बोडिंद), Jayal, Nagaur, was a social worker in Nagaur, Rajasthan.[1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी झूमर लाल जी - [पृ.196]:आप पांडर गोत्र के हैं। आपका गांव बोडीन परगना नागौर में है परंतु हाल में नागौर में आवाद हैं। आप नागौर जाट बोर्डिंग हाउस के विद्यार्थी हैं। इस समय आपकी 25 वर्ष की अवस्था है। आप खाती का धंधा करते हैं और लोक परिषद के प्रमुख कार्यकर्ताओं में हैं। आप ने राजनीतिक कैद भी जागिरी जुल्म के खिलाफ में भोगी और रात दिन जागीर प्रथा मिटाने की आवाज बुलंद कर रहे हैं। आप पक्के सुधारवादी हैं। आप श्रीमान चौधरी शिवकरण जी नागौर वालों के भांजे हैं। आपने अपनी बहनों की शादी
[पृ.197]: पर्दा प्रथा को हटाकर वेदानुसार शादी की। आभूषण कुरीतियों का भी खंडन किया। आप हरदम किसानों की भलाई के लिए दौड़ धूप में रहते हैं। जिस समय आप राजनीतिक कैद से वापस पधारे तो जनता ने आपका बड़े ऊंचे पैमाने पर सत्कार परगना नागौर की तरफ से किया।
गैलरी
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Jat Jan Sewak, p.196
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Jat Jan Sewak, p.197
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.196-197
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.196-197
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