Kanyatirtha

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(Redirected from Kanya Tirtha)
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Kanyatirtha (कन्यातीर्थ) is the name of Kanyakumari, a city of the Kanyakumari district in the Indian State of Tamil Nadu located at the southernmost peninsular India.

Origin

Variants

History

कन्यातीर्थ

विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ... कन्यातीर्थ (p.131) 'ततस्तीरे समुद्रस्य कन्यातीर्थमुपस्पृशेत् तत्रोपस्पृश्य राजेन्द्र सर्वपापै: प्रमुच्यते।' (वन पर्व महाभारत 85,23) कन्यातीर्थ सुदूर दक्षिण में समुद्र तट पर स्थित कन्याकुमारी का ही नाम है। पद्मपुराण (38,23) में भी कन्यातीर्थ का उल्लेख है। कन्यातीर्थ का प्राचीन कुमारीदेवी का मंदिर उल्लेखनीय है। पौराणिक कथा के अनुसार कुमारी-देवी ने शिव की आराधना इस स्थान पर की थी। बाणासुर दैत्य को भी कुमारी ने इसी स्थान पर मारा था। कन्याकुमारी दक्षिण भारत के प्रायद्वीप की नोंक पर स्थित है, यहाँ एक ओर से बंगाल की खाड़ी का और दूसरी ओर से अरब सागर का जल हिंद महासागर से मिलता है। (देखें:- कन्याकुमारी)

In Mahabharata

Kanya Tirtha (कन्या तीर्थ) Mahabharata (III.81.94),(III.83.21),

Vana Parva, Mahabharata/Book III Chapter 81 mentions names of Tirthas (Pilgrims). Kanya Tirtha (कन्या तीर्थ) is in Mahabharata (III.81.94). [2]....O virtuous one, to the excellent tirtha called Kanya Tirtha (कन्या तीर्थ) (III.81.94). Bathing there one obtaineth the merit of the gift of a thousand kine.


Vana Parva, Mahabharata/Book III Chapter 83 mentions names of Pilgrims. Kanya Tirtha (कन्या तीर्थ) is in Mahabharata (III.83.21). [3]....Touching next the waters of the tirtha called Kanya Tirtha (कन्यातीर्थ) (III.83.21) on the shores of the sea one is cleansed from every sin.

External links

References

  1. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.131
  2. तस्मिन कुञ्जे नरः सनात्वा गॊसहस्रफलं लभेत, कन्या तीर्थे नरः सनात्वा अग्निष्टॊम फलं लभेत (III.81.94)
  3. ततस तीरे समुद्रस्य कन्या तीर्थ उपस्पृशेत, तत्रॊपस्पृश्य राजेन्द्र सर्वपापैः परमुच्यते (III.83.21)