Kartar Singh Kataria
Kartar Singh Kataria (Havildar) became martyr on 01.11.1971 in Bangladesh during Indo-Pak War 1971 fighting with Pakistan Army. He was from Gurgaon. A road near Fire Station in Gurgaon is named after him. Unit: 2 Jat Regiment
हवलदार करतार सिंह कटारिया
हवलदार करतार सिंह कटारिया
वीरांगना - श्रीमती सरती देवी
यूनिट - 2 जाट रेजिमेंट
भारत-पाक युद्ध 1971
हवलदार करतार सिंह गुड़गांव गांव के निवासी थे और वह भारतीय सेना की 2 जाट बटालियन में सेवारत थे। 1971 में पाकिस्तान के साथ आधिकारिक युद्ध आरंभ होने से पूर्व ही भारतीय सेना को मुक्ति वाहिनी के सहयोग और प्रशिक्षण के लिए पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश में भेज दिया गया था। हवलदार करतार सिंह को भी इस कार्रवाई में सम्मिलित किया गया था।
1 नवंबर 1971 को पाकिस्तान सैनिकों के साथ अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से युद्ध करते हुए हवलदार करतार सिंह बलिदान हुए थे।
वे अपने पीछे पत्नी श्रीमती सरती देवी, पुत्री निर्मला, पुत्र कुलदीप, बलजीत, प्रदीप और अमरजीत सिंह को छोड़ गए थे।
शहीद को सम्मान
वर्ष 2011 में गुडगांव गांव में फायर स्टेशन के आगे की सड़क का नामकरण उनके नाम पर किया गया था।
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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