Kasam

From Jatland Wiki
Jump to navigation Jump to search
परमाणु बम
लेखक
पृथ्वीसिंह बेधङक



कसम तुम्हे जयहिन्द की
(लक्ष्मी बाई रेजीमेंट को नेता जी का उपदेश)


मेरी बहनों वतन को बचाओ कसम तुम्हे जयहिन्द की


ऎसा बहादुर तुम करना पैदा

देश ओर धर्म पर जो हो शैदा

गोदी में कृष्ण खिलाओ कसम तुम्हे जयहिन्द की


हंसली कङुली नेचरी गुलीबन्द हार को

इनको बेचकर दाम दो सारे लुहार को

तलवार को बदले में लाओ कसम तुम्हे हिन्दुस्तान की


जाति धर्म के वास्ते सीना अङाईयो

लङके पढें या न पढें लङकी पढाइयो

क्न्याओ के गुरुकुल खुलवाओ कसम तुम्हे जयहिन्द की


दिन रात आपके लिये जो कष्ट सह गया

चलती दफ़ा रंगून से सुभाष ये कह गया

अपनी हुकुमत बनाओ कसम तुम्हे जयहिन्द की


माता किशोरी की तरह दुश्मन को मोङ दो

कहता है पृथ्वीसिंह इस परदे को तोङ दो

आओ नया संसार बसाओ कसम तुम्हे जयहिन्द की



Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह

Back to परमाणु बम


Back to Prithvi Singh Bedharak