Kushamala
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Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Kushamala (कुशमाल) was name of a sea mentioned in Shurparaka-Jataka visited by trader of Bharukachchha.
Origin
Variants
History
कुशमाल
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...कुशमाल (AS, p.211) शूर्पारकजातक में वर्णित एक पौराणिक समुद्र का नाम है, जहाँ भरुकच्छ के व्यापारी एक बार जा पहुँचे थे। शूर्पारकजातक में इस समुद्र का वर्णन इस प्रकार है- 'यथा कुसो व सस्सो व समुद्दोपति दिस्सति’ अर्थात् यह समुद्र कुश या अनाज के तृणों की भांति हरा दिखाई देता है। इस समुद्र में नीलमणि उत्पन्न होती थी। (दे. क्षुरमाली, बड़वामुख, दधिमाली, नलमाली, अग्निमाली)