Kusumadhvaja
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Kusumadhvaja (कुसुमध्वज) is name of Pataliputra mentioned in Gargi Samhita.
Origin
Variants
- Kusumadhvaja (कुसुमध्वज) (AS, p.218)
History
The invasion of the Yavanas (i.e., Indo-Greeks, under Demetrius I or Menander I, c. 180 BCE) is described in Yuga Purana section of Gargi Samhita: [1]...."After having conquered Saketa, the country of the Panchala and the Mathuras, the Yavanas, wicked and valiant, will reach Kusumadhvaja ("The town of the flower-standard", Pataliputra). The thick mud-fortifications at Pataliputra being reached, all the provinces will be in disorder, without doubt. Ultimately, a great battle will follow, with tree-like engines (siege engines)." (Gargi-Samhita Paragraph 5, Yuga Purana.)[2]
कुसुमध्वज
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ... कुसुमध्वज (AS, p.218) "गार्गी संहिता" के अंतर्गत 'युगपुराण' में कुसुमध्वज पर यवनों (ग्रीकों) के आक्रमण का उल्लेख है- 'तत: साकेतमाक्राम्य पांचालान् मथुरांस्तथा, यवना दुष्ठविक्रान्ता: प्राप्स्यन्ति कुसुमध्वज्। तत: पुष्पपुरे प्राप्ते कर्दमे प्रथिते हिते, आकुला विषया: सर्वे भविष्यन्ति न संशय:' (कर्न–बृहत्संहिता, पृ. 37.) कुसुमध्वज या 'पुष्पपुर' का अभिज्ञान पाटलिपुत्र से किया गया है। उपर्युक्त उद्धरण में संभवत: भारत पर दूसरी शती ई. पू. में होने वाले मिनेंडर के आक्रमण का उल्लेख है। गार्गी संहिता से भी ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी मिलती हैं, जिसमें भारत पर होने वाले यवन आक्रमणों के उल्लेख प्राप्त होते हैं। इस ग्रन्थ यवनों के साकेत, पंचाल, मथुरा तथा कुसुमध्वज पर आक्रमण का उल्लेख प्राप्त होता है।
External links
References
- ↑ A Comprehensive History Of Ancient India, Sterling Publishers Pvt. Ltd, 2003, p.90
- ↑ The Sungas, Kanvas, Republican Kingdoms and Monarchies, Mahameghavahanas, Dilip Kumar Chakrabarti, p.6
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.218