Laadlo
भारत के लाडलो
कमर कस उठो
आजाद हो के रहना
दुशमन के संग जुटो
भारत के लाडलो
सूरज चढा शिखर में
तुम सोते बेफ़िक्र में
घर घर में हो लूटाई
लेकिन अब ना लुटो
भारत के लाडलो
नोटों की बना के शैली
दौलत तुम्हारी ले ली
तेजी के बैल जैसे
एक ठौर ना खुंटो
भारत के लाडलो
चल के सत्य के पक्ष में
करना युद्ध जगत में
मुद्दत से सो रहे तो
तूफ़ान बन के छूटो
भारत के लाडलो
दुश्मन को छोङो मथ के
शिष्य बन के दत्त भक्त के
भारत के हित जवानों
बेधङक बन जुटो
भारत के लाडलो
Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह |
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