Laxmipura Deesa

From Jatland Wiki

Note - Please click → Laxmipura for details of similarly named villages at other places.



Laxmipura (लक्ष्मीपुरा) is a village in Deesa Tahsil in Banas Kantha district in Gujarat.

Old name of Laxmipura is Gogibai Ki Dhani (गोगीबाई की ढाणी) for Jat Praja and other called as Jato Ki Dhani (जाटों की ढाणी).

History

Jat gotras

Notable persons

  • Ramesh Kumar Hariyar - Teacher, Village- Laxmipura, Post- Varnoda,Tahsil- Deesa, Distt.- Banas Kantha (Gujarat), Pin- 385535. 09427259614
  • Laxman S/O Tulsaji Tarad - Donated Rs. 11000/- for monument in memory of father Tulsaji.

गोविंद भाई व मोती भाई इनके पिताजी लक्ष्मण जी तुलसा जी तरड़ गांव = लक्ष्मीपुरा तहसील =डिसा जिला = पालनपुर गुजरात लक्ष्मण जी तुलसा जी तरड़ बहुत बड़े गो सेवक हैओर दानी हैं। पूरे भारत मे सामाजिक कार्यो में जाते रहते है। अभी 90 साल की उम्र है सुबह 4 बजे उठते हैं । खुद नहाते है पूरे आंगन खलिहान में झाड़ू बागरा करते है । खुद के कपड़े खुद धोते हैं और ये पूरे साल में 200 दिन बाहर सामाजिक कार्यों में लगे रहते है । राजस्थान में पथमेड़ा गोशाला के अध्यक्ष भी है ओर दूसरी कईयों गोशाला के सदश्य व दानी है आपश्री पर्यावरण प्रेमी है इन्होंने अपने गांव में करीबन 10 लाख रुपये का एक चिड़िया घर बना रखा हैजिसमें हजारों चिड़िया पक्षी बैठते है और चुग्गा पानी करते है सामाजिक बुराइयों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ते है जैसे ,दारू,दहेज,मृत्युभोज ओर राजस्थान गुजरात मे अमल(अफीम)प्रथा ।

पथमेड़ा गोशाला भारत की सबसे बड़ी गोशाला है  । करीबन 80 हजार गायें है ।

इनके इस क्षेत्र में जाटों के चार गांव है :- लक्ष्मीपुरा, शेरपुरा, यवरपुरा रामपुरा । जिस तरह खाट के चार पायें होते है . उसी प्रकार से ये चारों जाटों के गांव है । डिसा से पश्चिम में थराड हाईवे पर पड़ते है जोकि राजस्थान के जालोर बाड़मेर से सटे हुए है । बहुत उन्नतशील किसान है। यहाँ की मुख्य फसल आलू,बाजरा और मूंगफली है । इन गांवों में दूध का बहुत बड़ा कारोबार है । इन चारों गांवों में मिलाकर करीबन पचासों कोल्ड स्टोर है । यहां के सभी किसान बहुत मेहनती ईमानदारी ,व बहुत समाजसेवक तथा दानी है । इनके क्षेत्र में अप्रैल के महीने में भी जाओ तो कश्मीर के जैसा अनुभव होता है क्योंकि इस क्षेत्र में साल में तीन फसल लेते है और 200% ड्रिप व फव्वारें की खेती है इन चारों गांव में जाटों के 24 गोत्र हैं । लक्ष्मण जी के बेटे मोती भाई का आलू में बहुत बड़ा बिजनेस भी है, जो भारत के अलावा नेपाल श्रीलंका चायना पाकिस्तान में एक्सपोर्ट करते है । आपने खुद ने अभी करीबन 400 बीघा में आलू लगाया है ।

External Links

References


Back to Jat Villages