Mahbubnagar
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Mahbub Nagar (महबूबनगर) is a city and District of the Indian state of Telangana.
Origin
It was named after the 6th Nizam, Mir Mahbub Ali Khan. Mahbub Nagar is also known with the name, Palamoor.[1] The city also has an older name "Rukmammapet.
Location
Mahbub Nagar is located at 16.73°N 77.98°E. It has an average elevation of 498 metres (1633 feet). The city of Mahbub Nagar is located at a distance of 98 km from Hyderabad 130 km from Kurnool and 105 km from Raichur.
Variants
- Mahbubnagar (महबूबनगर), तेलंगाना, (AS, p.719)
- Mahbub Nagar (महबूबनगर)
- Nagarakaranula नगरकरनूल (AS, p.475)
- Panagala पानगल, जिला नालगोंडा, आ.प्र., (AS, p.546)
- Palamoor
- Rukmammapet
History
महबूबनगर
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...महबूबनगर, तेलंगाना, (AS, p.719) प्राचीन नाम पानगल. यह नगर चोलवाड़ी के अंतर्गत है. यहां का प्राचीन किला ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समझा जाता है. इसी किले के बाहर 1419 ई.में फिरोजशाह बहमनी को वारंगल तथा विजय नगर के राजाओं की संयुक्त सेनाओं ने हराया था. 1513 ई. इसमें सुल्तान कुली कुतुबशाह ने विजयनगर नरेश को यहीं परास्त किया. यह किला 1-1/2 मील लंबा और एक [p.720]: मील चौड़ा है. इसकी सात दीवारें हैं. बीच में एक दुर्ग है और सातही मीनारें हैं. एक तेलुगु अभिलेख से सूचित होता है कि 1604 ई. में किले का रक्षपाल खैरात खां था और बादशाह की माता इसी दुर्ग में रहती थी. द्वित्तीय निजाम 1786 से 1789 तक इस किले के अंदर एक भवन में रहा था.
महबूबनगर परिचय
महबूबनगर, महबूबनगर ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय, पश्चिम-मध्य आंध्र प्रदेश राज्य, दक्षिण-पूर्वी भारत में स्थित है। हैदराबाद के दक्षिण-पश्चिम में मध्य रेलमार्ग पर स्थित महबूबनगर सड़क मार्ग का भी केंद्र है। 18,419 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाला महबूबनगर ज़िला दक्कन के पठार पर स्थित है और दक्षिण में कृष्णा नदी से घिरा है। कहा जाता है कि गोलकुंडा के प्रसिद्ध हीरे इसी ज़िले से मिले थे। कपास की ओटाई, गांठ बनाने का काम, तेल और चावल मिल यहाँ के प्रमुख उद्योग है। दक्षिण-पूर्व में स्थित वनाच्छादित पर्वतों से सागौन, आबनूस और गोंद प्राप्त होता है। जबकि मुख्यत: बलुई मिट्टी में ज्वार-बाजरा, तिलहन और चावल की खेती होती है। यहाँ के औद्योगिक केंद्रों में नारायणपेट (जहाँ रेशम और साड़ी का उत्पादन होता है) देवरकोंडा और नगर कुर्नूल शामिल है।[3]
पानगल
विजयेन्द्र कुमार माथुर[4] ने लेख किया है ... 1. पानगल (AS, p.546) = नालगोंडा नगर के समीप स्थित इस स्थान पर ककातीय नरेश उदयादित्य के बनवाए तीन प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर हैं जिनके नाम ये हैं-- पंचलसोमेश्वर या पंचेश्वर, छायल सोमेश्वर या सीता रामेश्वर और वेंकटेश्वर. पंचेश्वर मंदिर वास्तु की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ है. इसमें 65 स्तंभ हैं जिन पर रामायण और महाभारत की कथाएं उत्कीर्ण हैं. छायल सोमेश्वर के मंदिर के शिवलिंग की छाया लिंग के ठीक पीछे दिखाई पड़ती है और इसी कारण से छायल मंदिर कहते हैं.
2. पानगल (AS, p.546) = महबूबनगर