Mahipal Arya

From Jatland Wiki
Mahipal Arya

Mahipal Arya (Punia) is an author and a Jat historian. He is from village Matloda in Hisar tehsil and district of Haryana. His brother Pratap Singh Shastri is a Histoeian and Journalist.

मतलोडा के पूनिया की वंशावली

मतलोडा के पूनिया की वंशावली

मतलोडा, हिसार, हरयाणा के पूनिया की वंशावली इस प्रकार है: रामकुवर ने 1781 विक्रम संवत में गांव मतलोडा बसाय. रामकुंवर के पुत्र हुए - १. किरपा २. बिलेंद्र और ३. ज्यूणा उर्फ़ जीवन सिंह.

जीवन सिंह के पुत्र हुए - १. पीरा २. रामचंद्र ३. भागमल ४. रूपराम ५. जोतराम

पीरा के पुत्र हुए - १. भोपत २. गुरदयाल ३. मत्ता

मत्ता के पुत्र हुए - १. हरजस २. मोहर सिंह

हरजस के पुत्र हुए १. कान्हा २. सुल्तान सिंह

सुल्तान सिंह के पुत्र हुए - १. धर्म सिंह २. श्रीचंद ३. शोभाचंद

श्रीचंद के पुत्र हुए - १. चंद्रमुखी (पुत्री:मुख्याध्यापिका) २. प्रताप सिंह (साहित्यकार) ३. चंद्रहास (प्रधानाचार्य) ४. यशपाल (प्रोफेसर) ५. महिपाल आर्य (इतिहासकार)

महिपाल आर्य के हुए - १. सोनिया (पुत्री) २. रीना रानी (पुत्री) ३. मोनिका (पुत्री) और आदित्य (पुत्र)

महिपाल आर्य का परिचय

महिपाल आर्य का जन्म 26 मार्च 1961 में गांव मतलोड़ा, जिला हिसार, हरियाणा में हुआ.

शिक्षा: विद्याधिकारी (मैट्रिक) गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, शास्त्री (संस्कृत ऑनर्स) पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़, अतिरिक्त परीक्षाएं (समाजशास्त्र, इतिहास) महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक, M.A. संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी, साहित्य रत्न व साहित्य भूषण, दिल्ली.

परिवार धर्मपत्नी श्रीमती निर्मला देवी (संस्कृत अध्यापिका) पुत्र आदित्य (अध्ययनरत) और 3 पुत्रिया: सोनिया (MBA), रीना रानी (M.A. B.Ed), मोनिका (M.Sc. B.Ed)

व्यवसाय : प्राध्यापक साहित्यकार

पता: महीपाल आर्य इतिहासकार, VPO गांव मतलौडा, तहसील बरवाला, जिला हिसार, हरियाणा पिन कोड 125121

मोबाइल नंबर: 94161 77041

ई-मेल: mahipalaryapunia@gmail.com


कार्य क्षेत्र

सन 1981 से 2003 तक राजकीय सेवा में बतौर संस्कृत अध्यापक रहे. उसके बाद पदोन्नत होकर राजकीय सेवा में सन 2004 से लगातार संस्कृत प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं. अध्यापन के साथ-साथ इतिहास एवं वैदिक ग्रंथों का गहन अध्ययन, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक विषयों पर सैकड़ों लेख प्रकाशित. अद्यतन स्वतंत्र लेखन कार्य में तल्लीन. अच्छे वक्ता के रूप में ख्याति प्राप्त. धर्म, संस्कृति, साहित्य तथा इतिहास में गहरी रूचि. इतिहासकार के रूप में प्रख्यात .

सदस्यता : संस्कृत अध्यापक संघ जिला हिसार के सर्व सम्मत प्रधान और संस्कृत अध्यापक संघ जिला हरियाणा के उप प्रधान भी रहे. हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) जिला हिसार के सर्वसम्मत प्रधान रहे. अब आर्य समाज मतलोड़ा के मंत्री हैं.

महिपाल आर्य की रचनाएं

  • सर्व खाप के बलिदान का इतिहास, समकालीन सन्दर्भ, लेखक: महिपाल आर्य, 2017, प्रकाशक: प्रकाशन समिति अध्यक्ष कुलदीप ढांढा,प्रधान बराह खाप (जींद) व राहुल पुनिया (हिसार) मूल्य:रू.450/- ऑनलाइन खरीदें - https://www.exoticindiaart.com/book/details/history-of-sacrifice-of-khap-nzs517/
  • आर्यों की गोत्र परंपरा का वैज्ञानिक विश्लेषण, लेखक: महिपाल आर्य, प्रकाशक: सत्यसुधा प्रकाशन, शिवपुरी कालोनी, नरवाना मार्ग, जींद-126102. मूल्य:रू.20/-
  • जाट इतिहास (जाट गोत्रावली) समकालीन संदर्भ, लेखक: महिपाल आर्य एवं प्रताप सिंह शास्त्री. प्रथम संस्करण-2019, प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, दूरभाष: 011-23266412, मूल्य:रू.995/-
  • जाट इतिहास (जाट वंशावली) समकालीन संदर्भ, लेखक: महिपाल आर्य एवं प्रताप सिंह शास्त्री. प्रथम संस्करण-2019, प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, दूरभाष: 011-23266412, मूल्य:रू.695/-
  • संस्कृत-हिंदी व्याकरण, लेखक: महिपाल आर्य, प्रथम संस्करण-2023, ISBN:978-93-90921-43-0 प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, Mob:91-9891332357, email - suryabhartiprakashan@gmail.com, मूल्य रु. 1995, ऑनलाइन खरीदें - https://www.flipkart.com/sanskrit-hindi-vyakaran/p/itm7d5adebdbd73a
  • इतिहास पुरुष (चौधरी देवी लाल की जीवनी),
  • अद्वितीय शख्सियत कर्नल शोभा चंद,

अप्रकाशित पुस्तकें

  • सर चौधरी छोटू राम की जीवनी,
  • पुनिया क्षत्रियों का इतिहास,
  • विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनेक शोध पूर्ण लेख

संरक्षक

पुनिया हरियाणा सर्वजातीय पुनिया खाप

गैलरी

महिपाल आर्य के लेख

महिपाल आर्य की पुस्तकों की समीक्षा

प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन की समीक्षा
  • जाट इतिहास (जाट गोत्रावली) समकालीन संदर्भ, लेखक: महिपाल आर्य एवं प्रताप सिंह शास्त्री. प्रथम संस्करण-2019, प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, दूरभाष: 011-23266412, मूल्य:रू.995/-
  • जाट इतिहास (जाट वंशावली) समकालीन संदर्भ, लेखक: महिपाल आर्य एवं प्रताप सिंह शास्त्री. प्रथम संस्करण-2019, प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, दूरभाष: 011-23266412, मूल्य:रू.695/-


समाज के समग्र उत्थान में ऐतिहासिक चेतना का मूलभूत योगदान होता है. ऐतिहासिक चेतना ही हमें अपने पुरातन इतिवृत्त से परिचय कराती है और उत्कृष्ट मानव बनाती है. ऐतिहासिक चेतना को समृद्ध करने में लेखकों का लेखन एवं अन्य माध्यमों से अभूतपूर्व योगदान रहा है. इसी दृष्टिकोण से अच्छे लेखकों की श्रेष्ठ कृतियाँ अधिक से अधिक पाठकों तक पहुंचे इसके लिए सूर्य भारती प्रकाशन द्वारा संपादन किया गया है. जाट इतिहास (गोत्रावली) एवं जाट इतिहास (वंशावली) इसी संदर्भ में बहुविध प्रमाणों से अलंकृत श्रेष्ठ रचना हैं.

इतिहास के गंभीर अध्येता लेखकों ने आर्यों के वंशधर जाटों की उत्पत्ति, स्थिति, सिद्धांत, आवास, विस्तार, वंश विवरण तथा बहुतेरे गोत्रों की गौरव गाथा का वर्णन किया है. इसके साथ ही जाट इतिहास में जाटों की रियासतों की जानकारी के साथ-साथ, जाटों द्वारा लड़ी गई लड़ाईयों का वर्णन भी महत्व का है. इस इतिहास में सर्व खाप के अद्भुत प्रसंग भी समाविष्ट हैं जिन पर जाट समाज गर्व कर सकता है. आइए अपने इतिहास को जानें. हमारी संस्था द्वारा निर्धारित मूल्य नियम व शर्तों के साथ संपर्क करें.

प्रकाशक: सूर्य भारती प्रकाशन, 2596, नई सड़क, दिल्ली- 110006, दूरभाष: 011-23266412, 23285575, मोबाइल: 09891332357, ईमेल;Suryabharatiprakashan@gmail.com

सन्दर्भ


Back to The Authors

Back to Jat Historians