Nagalwadi Bujurg
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |



Nagalwadi Bujurg (नागलवाड़ी बुजुर्ग) or Nagalvadi (नागलवाड़ी) is a village in Rajpur tahsil of district Barwani in Madhya Pradesh. It is known for 700 year old Bhilat Dev Temple at the hill top which is the main attraction for the pilgrims.
Variants
- Nagalwadi (नागलवाड़ी)
- Nagalwadi Buzurg (नागलवाड़ी बुजुर्ग)
- Nagalwadi Khurd (नागलवाड़ी खुर्द)
Location
Nagalwadi Bujurg is a Village in Rajpur Tehsil in Barwani District of Madhya Pradesh State, India. It belongs to Indore Division . It is located 37 KM towards East from District head quarters Barwani and 28km away from sub-district headquarter Rajpur. Nagalwadi Bujurg is surrounded by Thikri Tehsil towards North , Segaon Tehsil towards East , Barwani Tehsil towards west , Sendhawa Tehsil towards South.[1]
Nagalwadi Bujurg (नागलवाड़ी बुजुर्ग) is a village in Rajpur (राजपुर) Tehsil in ) Badwani (बड़वानी) district of (MP). मध्य प्रदेश- महाराष्ट्र की सीमा से लगा हुआ यह गांव अत्यंत सुंदरता लिए हुए है । प्राकृतिक सुंदरता का तो कहना ही क्या ? यह सतपुड़ा पहाड़ी रेंज में बसा हुआ गांव है । भिलट देव मंदिर के दर्शन हेतु यहां यात्रियों की आवा-जाही लगी रहती है । उप जिला मुख्यालय राजपुर यहां से 28 किलोमीटर तथा जिला मुख्यालय बड़वानी 58 किलोमीटर दूर है ।खरगोन यहां से 45 किलोमीटर की दूरी पर और जुलवानिया 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं ।
History
भिलट देव शिखर धाम
सतपुड़ा की हरी-भरी वादियों में बड़वानी जिले के राजपुर तहसील के नागलवाड़ी गांव में भिलट देव शिखर धाम है । यह सैकड़ों वर्षो से शिखर धाम के नाम से प्रसिद्ध है । सावन के महीने में शिखर धाम तक कांवड़ियों भी जाते हैं । प्रतिवर्ष नाग पंचमी पर लाखों लोग दर्शन, आरती दर्शन करते हैं । नागपंचमी पर 5 दिन का मेला भरता है ।
बाबा भीलट देव का इतिहास करीबन 818 साल पुराना है। भगवान शिव के वरदपुत्र माने गए बाबा भीलट देव का जन्म हरदा जिले के रोलगांव पाटन में गवली परिवार में पिता रेलन माता मेदांबाई के यहां हुआ था। बाबा ने बचपन में ही अपनी चमत्कारिक लीलाओं से परिवार व ग्रामवासियों को आर्श्चयचकित किया था।[2]
बालक भीलट देव की तंत्र शिक्षा-दीक्षा भगवान शिव व पार्वती की देखरेख में संपन्न् होना माना जाता है। तांत्रिक शक्तियों को आजमाने के लिए बाबा भीलट देव अपने साथी भैरव के साथ देशभर में जाकर कई तांत्रिकों ओझाओं को पराजित कर तंत्र शक्तियों का लोहा मनवाया। [3]
बाबा भीलट देव का विवाह बंगाल की राजकुमारी राजल के साथ हुआ था। बाबा भीलट देव ने अपनी शक्तियों से जनमानस की सेवा के लिए ग्राम नागलवाडी को चुना एवं अपनी तपस्या के लिए समिपस्थ सतपुड़ा की ऊंची पहाड़ी के शिखर को चुना। [4]
Tourism

- Nagalvadi: Nagalvadi is an extremely scenic and beautiful place on the Madhya Pradesh – Maharashtra border. It is situated at the Satpuda Hill range. A very famous Bhilat Dev temple at the hill top is the main attraction for the pilgrims.
Jat Gotras
Jat Gotras Namesake
- Nagal (नागल) (Jat clan) - Nagalvadi (नागलवाड़ी) is a village in Rajpur tahsil of district Barwani in Madhya Pradesh. A very famous Bhilat Dev temple at the hill top is the main attraction for the pilgrims.
Population
वर्ष 2011 की जनगणना जानकारी के अनुसार 5259 जनसंख्या है जिसमें 2647 पुरुष और 2612 महिलाएं हैं ।
नागलवाड़ी

नागलवाड़ी : नागलवाड़ी मध्य प्रदेश – महाराष्ट्र सीमा पर स्थित एक अत्यंत दर्शनीय और सुंदर स्थान है। यह सतपुडा हिल रेंज में स्थित है। पहाड़ी की चोटी पर एक बहुत प्रसिद्ध भिलाट देव मंदिर तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य आकर्षण है।
Notable Persons
- मांगीलाल नंदा जी तितरवाल 9630764300
- देवेंद्र तितरवाल 9584247714
- धर्मेंद्र शोभाराम जी तितरवाल 9753826661
- शोभाराम नंदा जी तितरवाल
Gallery of Bhilat Dev Temple
External Links
- Santosh Kumar Thakur (Khenwar) 9826546968
References
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