Nitin Dhania

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Nitin Dhania

Nitin Dhania (Major), Shaurya Chakra, is from village Dobh located in Rohtak tehsil of Rohtak district in Haryana. He performed surgical strike against militants in south Kashmir on 13.12.2021 in Jammu and Kashmir and killed one hardcore militant. Unit: 2 Parachute Regiment.

He was awarded Shaurya Chakra in a ceremony at Rashtrapati Bhavan, New Delhi, on 9 May 2023.

मेजर नितिन धानिया

मेजर नितिन धानिया

शौर्य चक्र

यूनिट - 2 पैराशूट रेजिमेंट

ऑपरेशन रक्षक 2021

मेजर नितिन धानिया का जन्म हरियाणा में श्री जय सिंह धानिया एवं श्रीमती सुनिता देवी के परिवार में हुआ। उन्हें भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ था।

13 दिसंबर 2021 को, मेजर नितिन धानिया को जम्मू-कश्मीर के, दक्षिण कश्मीर में एक भीड़ भरे क्षेत्र में सैन्य वाहनों पर आक्रमण टालने के लिए एक सर्जिकल ऑपरेशन को निष्पादित करने का कार्य सौंपा गया था।

मध्यान्ह 1:30 बजे, उन्होंने दो आतंकवादियों को पहचान लिया। नागरिकों और सैन्य वाहनों पर आसन्न संकट को भांपते हुए, वह अपने साथी के साथ सावधानी से आतंकवादियों की ओर बढ़े और उन्हें चुनौती दी। चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से अति समीप से उनपर गोलीबारी की।

आगामी मुठभेड़ में, कुशल युद्धाभ्यास प्रदर्शित करते हुए उन्होंने एक आतंकवादी को मार गिराया, जिसकी पहचान 'A +' श्रेणी के आतंकवादी के रूप में हुई। तत्पश्चात, अपने साथी के जीवन पर आसन्न गंभीर संकट को भांपते हुए वह उसकी ओर दौड़े और एक लक्षित निशाने में, दूसरे आतंकवादी को भी ढेर कर दिया, उस आतंकवादी की पहचान 'A' श्रेणी के आतंकवादी के रूप में हुई।

मेजर धानिया की त्वरित और वीरतापूर्ण कार्रवाई ने सैन्य वाहनों पर आसन्न आक्रमण को टाल दिया और इससे अनेक नागरिकों के जीवन की रक्षा हुई।

मेजर नितिन धानिया को उनके असाधारण साहस, लड़ाई की अदम्य भावना, प्रचंडता, सैन्य वाहनों पर आक्रमण को टालने एवं नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए 15 अगस्त 2022 को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।

शहीद को सम्मान

हरियाणा के रोहतक के रहने वाले नितिन धानिया को राष्ट्रपति द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने जम्मू कश्मीर में भीड़ में छिपे हुए 2 आतंकियों को खोजकर ढेर कर दिया था। आतंकी लोगों के बीच छिपकर सेना के काफिले को टारगेट बनाना चाहते थे। 15 अगस्त को शौर्य चक्र के लिए मेजर नितिन धानिया के नाम की सिफारिश की गई थी।

गांव डोभ निवासी मेजर नितिन धानिया डेढ़ साल पहले जम्मू-कश्मीर में पैराशूट रेजिमेंट की स्पेशल फोर्स के सेकेंड बटालियन में तैनात थे। उन्होंने 2 आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल ऑपरेशन कर उन्हें मार गिराया था। उन्होंने लोगों की जान बचाने के साथ-साथ आर्मी के काफिले को भी सुरक्षित किया था।

नितिन को गांव में भी किया जाएगा सम्मानित

नितिन की इस उपलब्धि पर गांव में भी जश्न का माहौल है। वहीं शौर्य चक्र से सम्मानित होकर लौटने पर उनका गांव में जोरदार स्वागत किया जाएगा। जिसके लिए गांव वाले भी तैयारियां कर रहे हैं। एयर वेटर्न एसोसिएशन रोहतक के जरनल सेक्रेटरी कृष्ण सुहाग ने कहा कि मेजर नितिन ने बहादुरी का परिचय दिया है। इसके लिए एयर वेटर्न एसोसिएशन भी सम्मान करेगी।

नितिन ने 2005 में जॉइन की एयरफोर्स

नितिन के पिता जयसिंह धानिया ने बताया कि वे एयरफोर्स के जेड्ब्ल्यूओ पद से 2001 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनको दो बेटे हैं, जिनमें से नितिन बढ़ा है। नितिन 2005 में एयरफोर्स में सिपाही के पद पर जॉइन हुए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। नितिन का लक्ष्य था कि वह सेना में अधिकारी बने।

2008 में CDS परीक्षा की थी पास

नितिन ने NDA की परीक्षा भी दी थी, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद उन्होंने एयरफोर्स में सिपाही के पद पर तैनात होने के बाद पढ़ाई करके CDS की परीक्षा साल 2008 में पास की। परीक्षा पास करने के बाद उनकी करीब डेढ़ साल की ट्रेनिंग हुई और ड्यूटी जॉइन की। नितिन पहले से ही पढ़ाई में अच्छे थे।

13 दिसंबर 2021 को सौंपा था सर्जिकल ऑपरेशन

13 दिसंबर 2021 को मेजर नितिन धानिया को सेना के काफिले पर आतंकवादी हमले को टालने के लिए दक्षिण कश्मीर (जम्मू और कश्मीर) के भीड़भाड़ वाले इलाके में सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। दोपहर करीब डेढ़ बजे, नागरिकों की आड़ में 2 आतंकवादियों की मेजर नतिन ने पहचान कर ली।

लोगों और सेना के काफिले के लिए ऊपर बने खतरे को भांपते हुए वह अपने साथी के साथ आतंकवादियों की ओर सावधानी से आगे बढ़ने लगे। जब आतंकियों ने कार्रवाई की तो मेजर नितिन और उनके साथियों ने आतंकवादियों को आमने-सामने की लड़ाई में ढेर कर दिया।

एक ही गोली में A-ग्रेड आतंकी ढेर

मुठभेड़ में नितिन ने ए प्लस श्रेणी के आतंकवादी के रूप में पहचाने गए एक आतंकी को मार गिराया। इसके बाद जैसे ही देखा कि आतंकी इनके साथी पर हमले के लिए आगे बढ़ रहे हैं तो उन्हें ललकारा और टारगेट तय कर एक ही गोली में A-ग्रेड के दूसरे आतंकवादी को ढेर कर दिया।

साभार - दैनिक भास्कर, 10 May 2023

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

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संदर्भ


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