Parnakhanda
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Parnakhanda (पर्णखंड) is name of area lying below Badrinath in Garhwal region. It is associated with Parvati, the consort of Shiva. One of the names of Parvati was Aparna (अपर्णा).
Origin
Variants
- Parnakhanda पर्णखण्ड, जिला गढ़वाल, उ.प्र., (AS, p.534)
History
पर्णखंड
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ... पर्णखण्ड (AS, p.534), जिला गढ़वाल (उ.प्र.), बद्रीनाथ के नीचे पहाड़ी प्रांतर. कहा जाता है कि पार्वती ने शिव को प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या करते हुए धीरे-धीरे सब प्रकार के भोजन छोड़ दिए. यहां तक कि वृक्षों के पत्ते भी खाना त्याग दिया. इसी कारण के अपर्णा कहलाई. लोकश्रुति है कि यह भूमि पार्वती की तप:स्थली है और उनकी तपस्या का पर्णों से संबंध होने के कारण ही पर्णखण्ड कहलाती है. (पार्वती की इस घोर तपस्या का वर्णन कुमारसंभव 5,28 में इस प्रकार है-- 'स्वयं विशीर्णद्रुमपर्णवृत्तिता परा हि काष्ठा तपस्तया पुन:, तदप्यपाकीर्ण मत: प्रियंवदां, वदंत्यपर्णेंति च तां पुराविद:' तुलसीदास ने भी रामचरितमानस बालकांड में अपर्णा का निर्देश इसी प्रकार किया है--'पुनि परिहरऊ सुखानऊ परना, उमा नाम तब भयऊ अपरना'