Pema Ram Silganva

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Pema Ram Silganva

Ch. Pema Ram Silganva, Sena Medal, was from Nanan village in Jodhpur district in Rajasthan. Martyr on 27.11.1998

ग्रेनेडियर पेमाराम सिलगांवा

ग्रेनेडियर पेमाराम सिलगांवा

सेना मेडल (मरणोपरांत)

05-06-1978 - 27-11-1998

यूनिट - 18 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट

ऑपरेशन रक्षक

ग्रेनेडियर पेमाराम सिलगांवा का जन्म 5 जून 1978 को राजस्थान के जोधपुर जिले की पीपाड़ तहसील के नानण गांव में श्री बालूराम सिलगावां एवं श्रीमती सायरी देवी के परिवार में हुआ था।

28 फरवरी 1997 को वह भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 18 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में ग्रेनेडियर के पद पर नियुक्त किया गया था।

वर्ष 1998 में वह ऑपरेशन रक्षक में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे।‌ 27 नवंबर 1998 को बारामूला जिले में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से संघर्ष करते हुए ग्रेनेडियर पेमाराम वीरगति को प्राप्त हुए थे। 15 अगस्त 1999 को उन्हें मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया था।

9 दिसंबर 1999 को नानण गांव में इनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। राज्य सरकार द्वारा इनकी स्मृति में नानण गांव के राजकीय विद्यालय का नाम "शहीद पेमाराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, नानण" किया गया है।

स्रोत: रमेश शर्मा

शहीद चौधरी पेमाराम सिलगांवा का परिचय

शहीद चौधरी पेमाराम सिलगांवा का जन्म जोधपुर जिले की पिपाड़ तहसिल के गांव नानण में 5 जून 1978 को हुआ|

सेना में भर्ती : 28 फरवरी 1997

शहादत : 27 नवम्बर 1998 पारिवारिक परिचय:

शहीद पेमाराम जी के परिवार में

  • बड़े पिताजी घेंवरराम जी,
  • पिताजी श्री बालूराम जी,
  • माता : सायरी देवी,
  • भाई : सुजाराम,
  • बहन-बहनोई : कमला - चन्द्रसिंह जाखङ,
  • काका : नारायण राम व मोहनराम सिलगांव है।

सम्मान:

सम्मान : राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरान्त सेना मेडल से सम्मानित (15 अगस्त 1999)

प्रतिमा स्थल : ग्राम नानण, तहसील : पीपाङ सिटी, जोधपुर

प्रतिमा अनावरण : 9 दिसम्बर 1999

मुख्य अतिथि ; राजेन्द्र चौधरी (चिकित्सा मंत्री)

श्यामसुन्दर रांकावत ( उपखंड अधिकारी पीपाड)

चंदीदान चारण सरपंच नानण।

इनके नाम पर वर्तमान में नानण स्कूल का नाम शहीद पेमाराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं।

"अमर शहीद चिता पर तेरी, लगता रहेगा मेला, तूने अपने खून से लिखा इतिहास अलबैला"

लेखक: अमेश बैरड़, मो 9602695924

संदर्भ

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