Kritamala
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Kritamala कृतमाला was a River of south India during Mahabharata period.
Origin
Variants
- Kritamala River (कृतमाला) (AS, p.220)
- Ritumala (ऋतुमाला) (AS, p.106)
History
कृतमाला
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ... कृतमाला (AS, p.220) नदी का उल्लेख श्रीमद्भागवत (11, 5, 39–40) में हुआ है। ‘ताम्रपर्णी नदी यत्र कृतमाला पयस्विनी, कावेरी च महापुण्या प्रतीची च महानदी’ विष्णु पुराण (2,3,12) में कृतमाला नदी को 'मलय पर्वत' से उद्भूत माना गया है-- ‘कृतमाला ताम्रपर्णी प्रमुखा मलयोद् भवा:’
कुछ विद्धानों के मत में कृतमाला वर्तमान 'वेगा' या 'वेगवती' है, जो दक्षिण भारत के प्रसिद्ध नगर 'मदुरा' के निकट बहती है। प्राचीन समय में कृतमाला और ताम्रपर्णी नदियों से सिंचित प्रदेश का नाम 'मालकूट' था।
ऋतुमाला
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ... ऋतुमाला (AS, p.106) कूर्मपुराण में कृतमाला का नाम है। यह कावेरी की सहायक नदी है।
अवटोदा
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ... अवटोदा (AS, p.47) श्रीमद्भागवत (5,19,18) में ताम्रपर्णी नदी का अन्य नदियों के साथ उल्लेख है- 'चंद्रवसा ताम्रपर्णी अवटोदा कृतमाला वैहायसी...।' संदर्भ से यह दक्षिण भारत की कोई नदी जान पड़ती है.