Somaprayaga
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Somaprayaga (सोमप्रयाग) is a religious place in Uttarakhand located on way from Kedarnath to Badrinath at the junction of Somanadi and Vasuki Ganga.
Origin
Variants
- Somaprayaga सोमप्रयाग, जिला गढ़वाल, उ.प्र. (AS, p.994)
History
सोमप्रयाग
सोमप्रयाग (AS, p.994): जिला गढ़वाल, उ.प्र., केदारनाथ से बद्रीनाथ जाने वाले मार्ग पर प्राचीन तीर्थ जो सोमनदी तथा वासुकी गंगा के संगम पर स्थित है. (देखें सोमतीर्थ) [1]
सोमतीर्थ
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ... सोमतीर्थ (AS, p.989): कालिदास रचित अभिज्ञान शाकुंतलम् प्रथम अंक मेंइस तीर्थ का उल्लेख है. जिस समय दुष्यंत शकुंतला से मिले थे कणव ऋषि सोमतीर्थ की यात्रा के लिए गए थे-- 'इदानीमेव दुहितरं शकुन्तलाम् अतिथिसत्काराय संदिश्य दैवमस्या: प्रतिकूलं शमयितुं सोमतीर्थं गत:'. संभवत: प्रभासपाटन (काठियावाड़, गुजरात) के निकट सोमनाथ के प्राचीन तीर्थ को ही कालिदास ने सोमतीर्थ कहा है. किंतु यह गढ़वाल की पहाड़ियों में स्थित सोनप्रयाग नामक तीर्थ भी हो सकता है (देखें सोमनदी), जो कण्व आश्रम (=मंडावर, जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश) के निकट ही है. पौराणिक किंवदंती के अनुसार कुरुक्षेत्र में भी एक तीर्थ इस नाम का था जहां कार्तिकेय ने तारकासुर को मारा था (महाभारत शल्य पर्व, 44, 52)