Subhash Berwal

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Subhash Berwal (constable) (10.07.1993-16.08.2022) was from Shahpura village in Dhod tehsil of Sikar district in Rajasthan. He became martyr on 16.08.2022 in Pahalgam district of Jammu and Kashmir when the bus carrying ITBP jawans met with an accident. Unit: ITBP.

It is worth noting that a bus full of ITBP personnel returning from the duty of Amarnath Yatra fell into a gorge between Srinagar Chandanwadi and Pahalgam due to brake failure on Tuesday morning. In which seven ITBP jawans were martyred. Subhash Chandra, a resident of Shahpura of Dhod tehsil of Sikar was also involved. Subhash was appointed to ITBP in 2013.[1]

शेखावाटी का फिर एक लाल देश के नाम कुर्बान, आठ महीने की गर्भवती है पत्नी

श्रीनगर चंदनवाड़ी व पहलगांव के बीच खाई में गिरी आईटीबीपी के जवानों से भरी बस हादसे में सीकर का लाल सुभाषचंद्र बेरवाल शहीद हो गया है। सुभाषचंद्र बेरवाल ढाई महीने पहले 25 मई को ही गांव में छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर गया था। आठ महीने की गर्भवती पत्नी सरला देवी सीकर में रूम लेकर रीट परीक्षा की तैयार कर रही है। गर्भवती पत्नी व परिवार के सदस्यों को शहीद की सूचना देने में भी देर रात तक ग्रामीण कतरा रहे थे। गांव में करीब तीन बजे पड़ौस में रहने वाले राकेश कुमार सैनी को शहीद की सूचना मिली। शहीद की सूचना मिलते ही शौक की लहर दौड़ गई।

चला गया घर चलाने वाला: शहीद सुभाष चंद्र की 8 मार्च 2018 को सरला देवी की शादी हुई। लंबे समय इंतजार के बाद शहीद को बच्चे की खुशियां मिलने वाली थी। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते छोटे भाई मुकेश ने 10 वीं पास करने के बाद ही स्कूल छोड़ दिया था। पिता कालू राम व छोटा भाई मुकेश बेरवाल खेती की जमीन कम होने के चलते साथ में मजदूरी करके काम चला रहे हैं। छोटी बहन सरिता देवी व मुकेश बेरवाल की शादी भी अभी नहीं हुई हैं। 28 साल के सुभाषचंद्र बेरवाल के कंधों पर ही परिवार की पूरी जिम्मेदारी थी।

ब्रेक फेल होने से हुआ हादसा: गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी से लौट रहे आईटीबीपी के जवानों से भरी बस 16.08.2022 मंगलवार सुबह ब्रेक फेल होने से अनियंत्रित होकर श्रीनगर चंदनवाड़ी व पहलगांव के बीच खाई में गिर गई। खाई में गिरी बस में आईटीबीपी के 38 जवान और दो जम्मू कश्मीर पुलिस के पुलिसकर्मी सवार थे। हादसे में सात जवान शहीद हो गए। आठ के करीब गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। घायलों का इलाज श्रीनगर एवं अनंतनाग में चल रहा है। घटना में शहीद 7 में एक आईटीबीपी का जवान सीकर के धोद शाहपुरा का रहने वाला है। शहीद सुभाषचंद्र बेरवाल की उम्र 28 साल है। सुभाष बेरवाल का जन्म 10 जुलाई 1993 और वर्ष 2013 में आईटीबीपी में नौकरी लग गई। पिता कालू राम व माता का नाम शांति देवी है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर हैं।

स्रोत: डेली न्यूज़लेटर, 17.08.2022

सीकर: शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, निकाली तिरंगा यात्रा

जम्मू कश्मीर के पहलगांव में आईटीबीपी की बस पलटने से शहीद हुए, सीकर के सपूत सुभाष बेरवाल का उनके पैतृक गांव शाहपुरा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. आईटीबीपी सेना के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद शहीद सुभाष चंद की पार्थिव देह को पंचतत्व में विलीन किया गया. शहीद के छोटे भाई ने उनको मुखाग्नि दी. शहीद सुभाष का पार्थिव शरीर बुधवार 17.08.2022 देर रात सीकर पहुंचा था, जहां उनकी देह को सैनिक कल्याण कार्यालय में रखा गया और उसके बाद सुबह सीकर जिला मुख्यालय से गांव शाहपुरा तक करीब 40 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली गई. शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया बार-बार पत्नी और मां पार्थिव शरीर से लिपटने की कोशिश करती रही, ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से उनको संभाला इसके बाद उनके घर से अंतिम यात्रा शुरू हुई और श्मशान घाट पहुंची.

शहीद के सम्मान इस तिरंगा यात्रा में हजारों की संख्या में युवा और आसपास के क्षेत्र के लोग शामिल हुए. भारत माता के जयकारों से आसमान गूंजता रहा जगह-जगह देशभक्ति के तराने गूंजते रहें. शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव शाहपुरा में स्थित पैतृक निवास पर पहुंचा था, जहां पर उनकी देह को परिजनों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. जहां पर आईटीबीपी के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी. हजारों लोगो ने नम आंखों से शहीद की शहादत को नमन किया और अन्तिम विदाई दी.

संदर्भ: ZEE राजस्थान

गैलरी

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

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