Swatantra

From Jatland Wiki
Jump to navigation Jump to search
परमाणु बम
लेखक
पृथ्वीसिंह बेधङक



भारत को स्वतंत्र कर दो


आपस में कर के मेल

फ़ूट की बेल

तोङ के धर दो


भारत को स्वतंत्र कर दो


हे विनती नगर निवासी से

मठधारी क्या सन्यासी से

फ़ांसी से मत ना डरो

काट चाहे सर दो


भारत को स्वतन्त्र कर दो


बीमार करो सेवा मन से

कंगाल करो सेवा तन से

धन से ऎ साहूकारो

कर दो जरा दो


भारत को स्वतन्त्र कर दो


सब हिन्दू मुसलमान भाईयो

एक झण्डे के नीचे आईयो

मर जाइयो देश के लिये

वतन के मर्दो


भारत को स्वतन्त्र कर दो


माटी में मिले यह देह वहे

दुनियाँ में सदा कोई नहीं रहे

कहे पृथ्वीसिंह बेधङक

एक बिजली सी भर दो


भारत को स्वतन्त्र कर दो



Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह

Back to परमाणु बम


Back to Prithvi Singh Bedharak