Tulchha Ram Jakhar

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Tulchha Ram Jakhar

Tulchha Ram Jakhar is a traditional Mathematician from village Lampolai in Merta tahsil of Nagaur district in Rajasthan. He is fourth standard pass but can do any mathematical calculation verbally. His knowledge of mathematics seems to be a divine gift to him,

गणित का ज्ञान

तुलछाराम जाखड़ का गणित का ज्ञान देवीय चमत्कार है.

आपने इन दिनों गूगल बॉय की कहानी खूब पढ़ी और देखी होगी. सारे चेनल उसे दिखा रहे हैं. लेकिन मेड़ता क्षेत्र के गाँव में रहने वाले चौथी पास किसान तुलछाराम जाखड़ का गणित ज्ञान देखकर हैरान होने के सिवा कोई चारा नहीं रहता है. आप कहिये कि 865 का दस तक पहाड़ा बोलना (मल्टीप्लाई करना) है, वे बोल देंगे. ऐसे कोई भी संख्या जो एक लाख तक है, आप बोलेंगे और तुलछाराम जी उसकी दस तक की गिनती फ्लो में बोल देंगे. आप लाखों की संख्या बोलते रहिये, वे जोड़ देंगे. आप किसी भी लंबी संख्या का वर्गमूल (स्क्वायर रूट) पूछिए, वे बता देंगे. बस आप आँखें फाड़ फाड़ कर उनकी तरफ देखते रहिये.

कई बार उनके बारे में अखबार में पढ़ा था, कई बार उनसे मुलाक़ात भी होती रहती है पर उनसे तसल्ली से रूबरू नहीं हो पाया था. आज उनके गाँव लाम्पोलाई में शाम को एक हथाई में बैठा था तो उनके गणित के ज्ञान की एक एक परत ऐसी खुलने लगी कि मुझे ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट के फलसफे और प्रमेय याद आने लगे. आज वार्तालाप बीच में ही छोड़ना पड़ा. समय का अभाव था. उन्हें फिर आने का वादा कर आ गया.

मैंने चलते चलते जाखड़ साहब से पूछा कि आप आगे क्यों नहीं पढ़े तो एक मार्मिक कहानी बता गये. बोले कि मेरे दादा को उनके गुरु ने बताया कि इस बच्चे के सिर पर अगर हल्की चोट भी लग गई तो यह खत्म हो जायेगा. दादा को पता था कि उन दिनों स्कूल में बच्चों की पिटाई आम बात थी. बस स्कूल छुडवा दी. लेकिन दिमाग की कसरत घर पर ही चालू रही. दिमाग आज भी उसी गति से गणनाएं कर रहा है. अगर स्कूल में पढ़ाई चालू रहती तो पता नहीं भारत को कैसा वैज्ञानिक मिलता. भारत का सौभाग्य कहाँ !

कई बार स्थानीय अखबारों ने उनकी कहानी छापी है पर अभी तक वे देश दुनिया की ख़बरों में नहीं आये हैं. बोलते मारवाड़ी में है, पर संख्याएँ उनके लिए खेल हो गई हैं. जिस प्रकार मेरे सामने गुणा और जोड़ कर रहे थे, मेरी तो आगे सवाल करने की हिम्मत ही नहीं पड़ी.

आपको तसल्ली करनी हो तो लाम्पोलाई गाँव (राजस्थान के एकदम बीच में ) जाकर 65 वर्ष के तुलछाराम जी से जरूर मिलिएगा. इस क्षेत्र में लोग उनको कंप्यूटर के नाम से जानते हैं !

'अभिनव राजस्थान अभियान'- जयपुर से गाँव तक - अच्छाई की मार्केटिंग. हम कोशिश करेंगे कि तुलछाराम जी की चमत्कारिक कहानी दुनियाभर में पहुंचे.

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