Varsha
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Varsha (वर्ष) or desha is a unit of geographic division mentioned in Puranas and Mahabharata.
जाट इतिहास
ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है... आर्यों का कौन-सा समूह कहां बसा? इस प्रश्न को हल करने के लिए पुराणोक्त इतिहास हमें बहुत सहायता देता है। पृथ्वी को पुराणों ने सात द्वीपों में विभाजित किया है और प्रत्येक द्वीप को सात वर्षों (देशों) में।3 यह बटवारा स्वयम्भू मनु के पुत्र प्रियव्रत ने अपने पुत्रों में किया है। प्रियव्रत के दस पुत्र थे4 जिनमें से तीन तपस्वी हो गये। सात को उन्होंने कुल पृथ्वी बांट दी। प्रत्येक के बट में जो हिस्सा आया, वह द्वीप कहलाया। आगे चलकर इन सात पुत्रों के जो सन्तानें हुई उनके बटवारे में जो भूमि-भाग आया, वह वर्ष या आवर्त (देश) कहलाया। निम्न विवरण से यह बात भली भांति समझ में आ जाती है -
द्वीप - 1. जम्बू, 2. शाल्मली, 3. कुश, 4. क्रौंच, 5. शाक, 6. पुष्कर, 7. प्लखण ।
- 3. पुष्कर द्वीप दो देशों (वर्षों) में ही विभाजित है और जम्मू द्वीप 9 वर्षों में
- 4. दस पुत्र दूसरी रानी के भी थे
जाट इतिहास:ठाकुर देशराज,पृष्ठान्त-3
अधिकारी - 1. अग्निध्र, 2. वपुष्मान, 3. ज्योतिष्मान, 4. द्युतिमान, 5. भव्य, 6. सवन, 7. मेधातिथि।
List of Varshas
- Bharatavarsha (भारतवर्ष)
- Airavatavarsha (ऐरावतवर्ष)
- Harivarsha (हरिवर्ष)
- Himavat-Varsha (हैमवतवर्ष)
- Hiranvata (हिरण्वत) (VI.9.5)
- Ramanaka (रमणक) (VI.9.2)
कुमार
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ... कुमार (AS, p.203) : विष्णु पुराण के अनुसार शाकद्वीप का एक भाग या वर्ष जो इस द्वीप के राजा भव्य के पुत्र के नाम पर कुमार कहलाता है।
कुशल
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...कुशल (AS, p.211) विष्णु-पुराण 2,4,60 के अनुसार शाकद्वीप का एक भाग या वर्ष जो इस द्वीप के राजा भव्य के पुत्र के नाम पर कुशल कहलाता है.
कुसुमोद
विजयेन्द्र कुमार माथुर[4] ने लेख किया है ...कुसुमोद (AS, p.218) विष्णु पुराण 2,4,60 के अनुसार शाकद्वीप का भाग या वर्ष जो इस द्वीप के राजा के पुत्र के नाम पर कुसुमोद कहलाता है.
जलद
विजयेन्द्र कुमार माथुर[5] ने लेख किया है ...जलद (AS, p.359) विष्णु पुराण 2,4,60 के अनुसार शाकद्वीप का भाग या वर्ष जो इस द्वीप के राजा भव्य के पुत्र जलद के नाम पर प्रसिद्ध हुआ था.
जीमूत
विजयेन्द्र कुमार माथुर[6] ने लेख किया है ...जीमूत (AS, p.367) नामक स्थान का उल्लेख विष्णु पुराण 2,4,29 में हुआ है। इस उल्लेख के अनुसार जीमूत शाल्मल द्वीप का एक भाग या वर्ष था, जो इस द्वीप के राजा वपुष्मान् के पुत्र जीभूत के नाम से प्रसिद्ध था।
मानस
विजयेन्द्र कुमार माथुर[7] ने लेख किया है .... 1. मानस (AS, p.734): विष्णु पुराण 2, 4, 29 के अनुसार साल्मल द्वीप का एक भाग या वर्ष जो इस द्वीप के राजा वपुष्मान् के पुत्र मानस के नाम पर प्रसिद्ध है
External links
References
- ↑ Jat History Thakur Deshraj/Chapter I,p.3-4
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.203
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.211
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.218
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.359
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.367
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.734