Yaad Na Aa

From Jatland Wiki
परमाणु बम
लेखक
पृथ्वीसिंह बेधङक



याद न आ


बीती हुई कहानियाँ याद न आ मेरे याद न आ

जीती हुई राजधानियाँ याद न आ मेरे याद न आ


बच्चों को गोद मे लेकर जलकर मरी चित्तोङ में

चौदह हजार रानियाँ याद न आ मेरे याद न आ


प्यास लागे थी दुध की भूसी खुटी थी दुध की

गंगा का पीती पानी याद न आ मेरे याद न आ


कोई जले अंगार में कोई चुने गये दीवार मे

वीरों की नौजावानियाँ याद न आ मेरे याद न आ


भक्त गुरू सुखदास की दक्षिण में ओम प्रकाश की

सुभाष की परेशानियाँ याद न आ मेरे याद न आ


जो मित्रों से मिला उसका पृथ्वीसिंह करिये ना गिला

मित्रों की कटु वानियाँ याद न आ मेरे याद न आ



Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह

Back to परमाणु बम


Back to Prithvi Singh Bedharak