Yaad Na Aa
बीती हुई कहानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
जीती हुई राजधानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
बच्चों को गोद मे लेकर जलकर मरी चित्तोङ में
चौदह हजार रानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
प्यास लागे थी दुध की भूसी खुटी थी दुध की
गंगा का पीती पानी याद न आ मेरे याद न आ
कोई जले अंगार में कोई चुने गये दीवार मे
वीरों की नौजावानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
भक्त गुरू सुखदास की दक्षिण में ओम प्रकाश की
सुभाष की परेशानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
जो मित्रों से मिला उसका पृथ्वीसिंह करिये ना गिला
मित्रों की कटु वानियाँ याद न आ मेरे याद न आ
Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह |
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