Yavanapura
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Origin
Variants
History
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...
यवनपुर
अंताखी
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...अंताखी (AS, p.4) सिरिया या शाम देश में स्थित ऐंटिओकस नामक स्थान का प्राचीन संस्कृत रूप जिसका उल्लेख महाभारत में है-'अंताखी चैव रोमां च यवनानां पुरं तथा, द्तैरेव वशंचक्रे करं चैनानदापयत्' सभा0 31,72; अर्थात् सहदेव ने अपनी दिग्विजय-यात्रा में अंताखी, रोम और यवनपुर के शासकों को केवल दूत भेज कर ही वश में कर लिया और उन पर कर लगाया। (टि. इस श्लोक का पाठांतर- 'अटवीं च पुरीं रम्यां यवनानां पुरंतथा' है)